मादक दवा की अवैध बिक्री पर ईओयू ने कसा शिकंजा
कटिहार। सूबे में शराबबंदी लागू होने के बाद सीमांचल सहित अन्य जिलों में चिकित्सकीय पर्ची पर
कटिहार। सूबे में शराबबंदी लागू होने के बाद सीमांचल सहित अन्य जिलों में चिकित्सकीय पर्ची पर बिकने वाले नारकोटिक्स ड्रगयुक्त दवाओं की अवैध बिक्री एवं नशे के रूप में इस्तेमाल किए जाने की सूचना के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईओयू ने वर्ष 2015 से लेकर अब तक सीएनएफ डिस्ट्रीब्यूटर और थोक विक्रेताओं की सूची के साथ उन्हें आपूर्ति की गई मादक दवाओं की मात्रा, बिक्री एवं खपत की रिपोर्ट तलब की है। मादक दवा के अवैध भंडारण एवं नशे के लिए तस्करी एवं बिक्री किए जाने की मिली सूचना के आधार पर सख्त निर्देश जारी किया गया है। पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध इकाई ने राज्य औषधि नियंत्रक से जिला एवं वर्षवार मादक दवाओं की निर्माता कंपनियों द्वारा डिस्ट्रीब्यूटर एवं इसके माध्यम से थोक विक्रेताओं को की गई आपूर्ति, बिक्री एवं खपत का आंकड़ा एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने को कहा है। ईओयू के एसपी के पत्र के आलोक में राज्य औषधि नियंत्रक ने सभी सहायक औषधि नियंत्रक एवं औषधि निरीक्षक से तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है। विभागीय जानकारी के मुताबिक कोडिनयुक्त कफ सिरप सहित मादक रसायन से निर्मित कफ सिरप को चिकित्सक की पर्ची पर विक्रेताओं द्वारा एकबार ही बेचा जाना है। लेकिन बिना पर्ची के भी अवैध रूप से मादक दवा की बिक्री की जा रही है। नशे के रूप में युवावर्ग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। अवैध रूप से इन दवाओं एवं सिरप को भंडारित कर नशे के कारोबार के लिए बिक्री किया जा रहा है। कोडिनयुक्त कफ सिरप की तस्करी एवं अवैध बिक्री में संगठित तस्कर गिरोह भी काम कर रहा है। नेपाल की सीमा से सटे जिलों में मादक दवाओं की बिक्री अवैध रूप से बड़े पैमाने पर की जा रही है। आशंका जताई गई है कि अवैध रूप से बिक्री किए जाने के कारण युवा वर्ग तेजी से नशे की गिरफ्त में आ रहा है। वहीं तस्करी, अवैध भंडारण एवं बिक्री के धंधे में शामिल कई सफेदपोश करोड़ों की काली कमाई कर रहे हैं। जिलावार आंकड़ा मिलने के बाद ईओयू आपूर्ति, बिक्री एवं खपत के आधार पर अपनी रणनीति के तहत अवैध भंडारण एवं बिक्री पर कानूनी शिकंजा कसेगा। कई जिलों में कोडिनयुक्त कफ सिरप की बरामदगी के बाद तीन मार्च को ईओयू ने यह निर्देश जारी किया है।