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निचले इलाकों में फैलने लगा गंगा का पानी, नाव से आवागमन कर रहे ग्रामीण

कटिहार। प्रखंड क्षेत्र के निचले इलाकों में गंगा नदी का पानी फैलने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। आवागमन के लिए ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ के पानी का बहाव होने से सड़क संपर्क भंग होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 09:19 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 09:19 PM (IST)
निचले इलाकों में फैलने लगा गंगा का 
पानी, नाव से आवागमन कर रहे ग्रामीण
निचले इलाकों में फैलने लगा गंगा का पानी, नाव से आवागमन कर रहे ग्रामीण

कटिहार। प्रखंड क्षेत्र के निचले इलाकों में गंगा नदी का पानी फैलने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। आवागमन के लिए ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ के पानी का बहाव होने से सड़क संपर्क भंग होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से हर साल निचले इलाके में गंगा के पानी का फैलाव होने से लोगों को आवागमन की दुरूह स्थिति का सामना करना पड़ता है। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से झब्बू टोला, मेघुटोला, हरदेव टोला, कीर्ति टोला, बबलाबन्ना, युसूफ टोला, सूबेदार टोला के लोग नाव से आवागमन करने को विवश हैं। प्रखंड के दक्षिणी करीमुल्लापुर एवं पार दियारा पंचायत के निचले इलाकों में गंगा नदी का पानी फैलने से ग्रामीण नाव से प्रखंड मुख्यालय तक आवागमन कर रहे हैं।

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चार माह बनी रहती है आवागमन की समस्या

गंगा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के साथ ही पहले निचले इलाकों में पानी फैलने से आवागमन अवरुद्ध हो जाता है। बाढ़ के दौरान चार माह तक ग्रामीणों को आवागमन की समस्या का सामना करना पड़ता है। दक्षिणी करीमुल्लापुर, पार दियारा आदि पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त है।

क्या कहते हैं ग्रामीण

ग्रामीण मोहम्मद लतीफ, मोहम्मद अकमल,नवल किशोर सिंह, शंकर ठाकुर, कैलाश ठाकुर आदि ने बताया कि बरसात शुरू होते ही आवागमन की समस्या से जूझना उनलोगों की नियति बन गई है। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी फैल जाता है। सड़क मार्ग से आवागमन अवरुद्ध होने से ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन को विवश होते हैं।

क्या कहते हैं अंचलाधिकारी

अंचलाधिकारी अनिल कुमार संतोषी ने बताया कि कुछ स्थानों पर अभी निजी स्तर से नाव चलाया जा रहा है। प्रशासनिक स्तर से 39 नाव की व्यवस्था है। बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर सरकारी स्तर से नाव परिचालन कराया जाएगा।

छोटा रघुनाथपुर के समीप कई गांव जाने को लगती है नाव

प्रखंड के छोटा रघुनाथपुर गांव के समीप से नाव का परिचालन किया जा रहा है। मेघुटोला, हरदेव टोला, झब्बू टोला, पारदियारा, कीर्ति टोला, घेरा गांव, युसुफटोला आदि गांव से प्रखंड मुख्यालय तक आने जाने के लिए ग्रामीण छोटा रघुनाथपुर के समीप लगने वाली नाव से आवागमन करते हैं।


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