डीएस कॉलेज में 62 की जगह 14 शिक्षणेत्तर कर्मियों से चल रहा काम
कटिहार। जिले के प्रतिष्ठित दर्शन साह महाविद्यालय में शिक्षकों की नहीं शिक्षणेत्तर कर्मियों
कटिहार। जिले के प्रतिष्ठित दर्शन साह महाविद्यालय में शिक्षकों की नहीं शिक्षणेत्तर कर्मियों की भी घोर कमी है। इससे विश्वविद्यालय में हर प्रकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है। तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के कुल 62 स्वीकृत पद के एवज में महज 14 कर्मी यहां पदस्थापित हैं। 48 तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का पद रिक्त हैं। कॉलेज में हर संकाय और वर्ग को मिलाकर कुल 17 हजार छात्र-छात्राएं नामांकित हैं।
सेवानिवृत कर्मियों के स्थान पर नहीं हुई बहाली
दरअसल सेवानिवृत अथवा सेवा के दौरान निधन होने पर संबंधित कर्मी के रिक्त पद पर नियुक्ति ही यहां नहीं हुई है। तृतीय वर्गीय कर्मी के 27 स्वीकृत पद के विपरीत सात तथा चतुर्थ श्रेणी के 35 स्वीकृत पद के एवज में महज सात कर्मी यहां कार्यरत हैं। कर्मचारियों की कमी के कारण महाविद्यालय के प्रशासकीय कार्य प्रभावित होने के साथ ही छात्र-छात्राओंको भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कई सेवानिवृत कर्मियों से भी यहां काम लिया जा रहा है।
क्या कहते हैं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष:
शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शंभू कुमार यादव ने बताया कि कॉलेज में तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मी का घोर कमी है। इधर व्यवस्था भी पूरी तरह चौपट है। लेखा विभाग में वरिष्ठ कर्मचारी के रहते हुए चेक बनाने आदि का कार्य सेवानिवृत कर्मचारी से लिया जा रहा है। इस व्यवस्था के बजाए कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए आवश्यक पहल होनी चाहिए।
क्या कहते हैं छात्र नेता:
छात्र नेता विनय सिंह ने कहा कि महाविद्यालय में महज 14 कर्मचारी के भरोसे 18 विभागों का कार्य चल रहा है। इसका खामियाजा प्रत्यक्ष रुप से छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ता है। हाल में पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति भी महाविद्यालय आए थे, लेकिन इस जटिल समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।