टैग विद्यालयों में चलती है शिक्षकों की मनमर्जी
कटिहार। भवनहीन विद्यालयों को स्थाई विद्यालय में टैग कर शिक्षा की स्थिति में सुधार का प्रयास कि
कटिहार। भवनहीन विद्यालयों को स्थाई विद्यालय में टैग कर शिक्षा की स्थिति में सुधार का प्रयास किया गया था। लेकिन इसके इतर टैग विद्यालयों का संचालन शिक्षकों की मनमर्जी से हो रहा है। इसके काण पठन पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव दिख रहा है। बता दें कि प्रखंड के 36 भवनहीन विद्यालयों को स्थाई विद्यालयों के साथ टैग किया गया है। टैग विद्यालयों में शिक्षकों की मनमर्जी का खुलासा पदाधिकारियों के निरीक्षण में भी हो चुका है। बता दें कि कदवा में जमीन एवं भवन का अभाव के कारण नया प्राथमिक विद्यालय पासवान टोला, नया प्राथमिक विद्यालय चपरघट, नया प्राथमिक विद्यालय रानीगंज, कुरसैल सहित 36 नया प्राथमिक विद्यालय को भवन युक्त स्थायी विद्यालयों में टैग कर दिया गया है। ताकि वहां पर बच्चों की पढ़ाई के साथ मध्याह्न भोजन का सफल संचालन हो सके, लेकिन ऐसे विद्यालयों में शिक्षकों की मनमर्जी चलती है। खासकर तटबंध के अंदर के विद्यालयों की स्थिति काफी दयनीय है। प्राय: टैग विद्यालय के शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते हैं। ऐसे विद्यालयों में पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति होती है। इस संबंध में कई अभिभावकों ने कहा कि भवन विहीन विद्यालयों में छात्रों की समुचित पढ़ाई नहीं हो रही है। विद्यालय के छात्र मध्याह्न भोजन से भी वंचित रहते हैं। इस संबंध में जदयू प्रखंड अध्यक्ष विजय दास, शिक्षाविद अमरेंद्र झा, राजद युवा प्रखंड अध्यक्ष किशोर यादव आदि ने विद्यालयों की व्यवस्था में सुधार की मांग की है। इस संबंध में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामपुकार महतो ने कहा कि ऐसे विद्यालयों की जांच कर दोषी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।