कोरोना संक्रमण से डरने की नहीं, लड़ने की है जरूरत : डॉ. ठाकुर
कटिहार। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण आमलोगों में भय का माहौल बना हुआ है लेकिन क
कटिहार। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण आमलोगों में भय का माहौल बना हुआ है, लेकिन कई लोग कोरोना को मात देकर इस बीमारी से स्वस्थ भी हो रहे हैं। सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार होने पर लोग कोरोना को लेकर आशंकित हो जाते हैं।
ऐसे में संक्रमित लोगों को घबराने की जरूरत नहीं बल्कि कोरोना से लड़ने की जरूरत है। हिम्मत और द्वढ़ इच्छाशक्ति के बल पर कोरोना वायरस को आसानी से मात दिया जा सकता है। सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. एसएम ठाकुर कोरोना को मात देने के बाद दूसरे की हौसला आफजाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें सदर अस्पताल में कार्य करने के दौरान ही कोरोना के लक्षण का अनुभव होने लगा। उन्होंने तुरंत अपनी जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर घर में ही अपने को आइसोलेट कर लिया। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे गंध और स्वाद की क्षमता समाप्त होने लगी। इसके बावजूद कोरोना से डरने के बदले लड़ने का काम किया। इसके लिए होम आइसोलेशन में रहने के दौरान अच्छी किताबें पढ़ने के साथ ही संगीत सुनकर तनाव से दूर रहने की कोशिश की। होम आइसोलेशन में रहते हुए नियमित रूप से योग और ध्यान किया। उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट का संक्रमण पहले की अपेक्षा ज्यादा मजबूत है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित को खानपान पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। पका पकाया और सुपाच्य भोजन ही करना चाहिए। तरल पदार्थ का अधिक से अधिक सेवन करें। दिन में कम से कम तीन बार भाप और गर्म पानी का ही उपयोग करना चाहिए।