वहां चांद पर जाने की तैयारी, यहां नाव की सवारी
कटिहार। एक तरफ जहां आज चांद पर बसने की तैयारी चल रही है वहीं सेमापुर ओपी क्षेत्र के कई गांवों के लोग
कटिहार। एक तरफ जहां आज चांद पर बसने की तैयारी चल रही है वहीं सेमापुर ओपी क्षेत्र के कई गांवों के लोग नाव व बैलगाड़ी की सवारी करने को विवश हैं। सेमापुर ओपी क्षेत्र के मोहनांचापुर पंचायत के सड़को में गड्ढे ही गड्ढे है। लोग आवागमन की दुश्कर समस्या के बीच समय काट रहे हैं। ग्रामीण वर्षों से अपने तारणहार का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किसी भी स्तर से उनकी सुधि नहीं ली जा रही है। इस पंचायत के कुंडी धार के उस पार मोहनाडीह, समदा, रघुनाथपुर, कुंडी, सोनाखाल आदि गांव जाने के लिए सड़क लोगो को नसीब नहीं है। बाढ़ के समय में चार माह यहां के लोग नाव से सवारी करते है। गांव की सड़कें जर्जर हो चुकी है। यहां सिर्फ बैलगाड़ी की सवारी होती अगर कोई लग्जरी गाड़ी गांव में आ जा हो उसका यहां से फिर निकलना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीण सचिन कुमार, महानंद झा, साचो झा, राजीव कुमार, पप्पू यादव, संजीव आनंद, सुशील चौधरी आदि का कहना है गांव को स्मार्ट व सुंदर बनाने क घोषणा तो सरकार करती है लेकिन उन लोगों की समस्या यथावत है। जन प्रतिनिधि के स्तर से भी कोई पहल नहीं हो रही है।