मुस्लिम समाज ने दहेज न लेने व न देने का लिया संकल्प
- पोठिया मंसूरी टोला मस्जिद में उलेमा ए ¨हद की बैठक में लिया गया निर्णय संवाद सूत्र, फलक
- पोठिया मंसूरी टोला मस्जिद में उलेमा ए ¨हद की बैठक में लिया गया निर्णय
संवाद सूत्र, फलका (कटिहार) : दहेज प्रथा, बाल विवाह सहित अन्य समाजिक कुरीतियों के खिलाफ मुस्लिम समुदायों में जन जागरूकता को लेकर शुक्रवार को फलका प्रखंड के पोठिया मंसूरी टोला मस्जिद में जमीयत उलेमा ए ¨हद की एक बैठक हुई। बैठक में सर्वप्रथम पंचायत स्तरीय कमेटी का गठन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जमीयत उलेमा ए ¨हद के जिलाध्यक्ष मौलाना इजराइल अहमद कासमी ने की। मौके पर जिलाध्यक्ष मौलाना कासमी ने वतन को आजादी दिलाने, समाज को आगे बढ़ाने में जमीयत से जुड़े महापुरुषों के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने जमीयत के महापुरुषों की जीवनी और उनके विचार से वर्तमान पीढ़ी को परिचित कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की जीवनी से प्रेरणा लेकर अपने दीन, धर्म, समाज व मुल्क की हिफाजत व सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे। उन्होंने तालीम के प्रति आह्वान करते हुए कहा कि तालीम के बगैर ना कोई समाज तरक्की कर सकता है और ना ही मुल्क। बैठक में आगे कहा गया कि दहेज प्रथा एवं बाल विवाह बहुत बड़ा गुनाह है। इस्लाम धर्म का सरियत यह नहीं कहता है कि किसी से दहेज रूपी राशि का वसूली कर उसका शोषण किया जाय। उन्होंने आदर्श विवाह को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि इसमें खर्च की अधिकता को कम करने के लिए बारात में सीमित लोगों को ही आमंत्रित करें। साथ ही महिलाओं को बारात में शामिल नहीं करने की अपील की गई। इस दौरान अन्य वक्ताओं ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। बैठक के उपरांत प्रखंड के पोठिया, शब्दा पंचायत एवं बगल के सतबहरी पंचायत को मिलाकर एक कमेटी का गठन किया गया। इसमें तीनों पंचायतों को मिलाकर सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए मु. समीद (मुखिया) का चयन किया गया। उपाध्यक्ष पद के लिए मु. हलीम, आबिद अंसारी, सचिव पद के लिए कारी जसीम, उपसचिव मु. आलमगीर, मु. जाहिद आलम, कोषाध्यक्ष हाफिज जावेद, युसूफ अंसारी, अब्दुल रज्जाक को चयन किया गया। मौके पर जमीअत उलमा ¨हद के खादिम कारी शब्बीर अहमद कासमी एवं सदस्य मौलाना रहमतुल्लाह, मुसब्बीर, मु. आरिफ, मु. परवेज, मु. हलीम, मु. जमील सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।