एक पशु चिकित्सक पर तीन अस्पतालों का जिम्मा, कैसे मिलेगी सुविधा
संवाद सूत्र, सेमापुर (कटिहार) : सरकार किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर किसानों क
संवाद सूत्र, सेमापुर (कटिहार) : सरकार किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर किसानों को पशुपालन सहित अन्य कृषि आधारित उपक्रमों के विस्तार को लेकर जागरूक कर रही। वहीं पशु अस्पतालों में चिकित्सकों का टोटा और बेहतर सुविधा नहीं मिलने के कारण पशुपालकों की परेशानी चरम पर है। बता दें कि बरारी प्रखंड में तीन पशु अस्पताल हैं। जबकि यहां मात्र एक संविदा पर कार्यरत पशु चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति की गई है। जबकि एक अस्पताल में दो चिकित्सक की आवश्यकता होती है।
ऐसे में अस्पताल का संचालन पशुधन सहायक व डाटा ऑपरेटर के माध्यम से किया जाता है। तीन अस्पताल का प्रभार रहने के कारण पशुपालकों को चिकित्सक का दर्शन भी नहीं हो पाता है। ऐसे में बीमार पशुओं को उपचार कराने के लिए निजी चिकित्सक के भरोसे रहना पड़ता है। सेमापुर व बरारी में स्थित प्रथम वर्गीय अस्पताल में पैथोलॉजी का सारा सामान उपलब्ध है, लेकिन बिजली की सुविधा नहीं रहने के कारण उपकरण बेकार पड़ा हुआ है। बता दें कि चिकित्सक क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान पशुपालन पर निर्भर हैं। लेकिन पशु अस्पताल और चिकित्सक की सुविधा नहीं रहने के कारण बीमार पशुओं का समय पर उपचार नहीं होने के कारण असमय पशुओं की मौत से पशुपालकों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। पशुपालकों ने पशु अस्पताल की व्यवस्था दुरूस्त करने एवं चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की मांग की है।