नशे के रुप में कफ सिरप का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे युवा
खास बातें- - कोडीन कफ सिरप के सेवन का बढ़ा चलन, स्वास्थ्य के लिए माना जाता घातक ---------
खास बातें-
- कोडीन कफ सिरप के सेवन का बढ़ा चलन, स्वास्थ्य के लिए माना जाता घातक
----------------------------
संवाद सूत्र, फलका (कटिहार) : शराबबंदी के बाद नशे के लिए टीन एजरों में कोडीन कफ सिरप के सेवन का चलन परवान पर है। टीन एजरों से लेकर वयस्क तक कोडीन कफ सिरप का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं। यह सिरप सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है।
फलका बाजार सहित क्षेत्र के कई अन्य बाजार स्थित कतिपय दवा दुकानों में कोडीन सिरप खुलेआम बिक्री होती है और इसकी खरीद को लेकर मारामारी मची रहती है। सिनेमा हॉल सहित अगल बगल सड़क किनारे व प्रखंड मुख्यालय के चाय दुकान समीप नहर के किनारे काफी तादाद में नित्य पड़े रहने वाले खाली बोतल इसके प्रमाण हैं। क्या कहते हैं लोग
प्रखंड मुखिया संघ की अध्यक्ष किरण पटेल, पूर्व प्रमुख सुषमा देवी, पूनम कुमारी व बिलकिश परवीन सहित अन्य लोगों ने कहा कि शराबबंदी से निस्संदेह समाज में शांति का माहौल पैदा हुआ है। परंतु शराब के विकल्प के रुप में कफ सिरप सहित अन्य पदार्थों के उपयोग पर अंकुश लगाना भी बेहद जरुरी है। ऐसा नहीं होने से स्थिति विस्फोटक हो सकती है। प्रशासनिक स्तर से इस दिशा में ठोस पहल करने की जरुरत है। क्या कहते हैं चिकित्सक
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फलका के डॉ सुजीत कुमार ने बताया कि कोडीन सिरफ स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकती है। नशे के रुप में इसका इस्तेमाल काफी खतरनाक है। इस पर अंकुश के लिए लोगों को जागरूक करने की जरुरत है। क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष रवींद्र कुमार ने बताया कि यह काफी गंभीर मामला है। शिकायत मिलने पर दवा दुकानदारों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अपने स्तर से भी इस मामले पर नजर रखेगी।