जंगली जानवर कर रहे फसलों को नुकसान, किसानों में आक्रोश
प्रखंड में किसान जंगली जानवरों के द्वारा किए जा रहे फसल नुकसान को लेकर आक्रोशित होते जा रहे हैं। किसानों ने बैठक कर आंदोलन करने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी है। प्रखंड में अधिकतर गांवों में नीलगाय
प्रखंड में किसान जंगली जानवरों के द्वारा किए जा रहे फसल नुकसान को लेकर आक्रोशित होते जा रहे हैं। किसानों ने बैठक कर आंदोलन करने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी है। प्रखंड में अधिकतर गांवों में नीलगाय हिरण आदि वन्य जीव से फसल के नुकसान को लेकर किसान चितित हैं। चांद प्रखंड में सैकड़ों की संख्या में जंगली जानवर खड़ी फसल को रौंद रहे हैं। किसान असहाय होकर अपने मेहनत की बर्बादी आंखों से देख रहे हैं। किसानों में सरकार के द्वारा अनदेखी पर जबरदस्त गुस्सा है। किसान संघर्ष मोर्चा ने मांग की है कि जंगली जानवर से किसानों की फसल बचाने के लिए वन विभाग पहल करे। मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दिया की प्रशासन जंगली जानवर से किसानों की फसल को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाए नहीं तो आंदोलन के लिए किसान मजबूर हो जाएंगे। किसान राधेश्याम सिंह, जयशंकर उपाध्याय, मुन्ना सिंह ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में नीलगाय हिरण किसानों के गेहूं, चना, मसुर, मंटर अरहर आदि फसल रौंद दिए हैं। फसल लगभग 50 प्रतिशत बर्बाद कर दिए हैं। किसानों ने बताया कि किसानों का लाखों रुपये की फसल जंगली जानवरों से नुकसान हो जा रहा है। किसान संघर्ष मोर्चा के द्वारा जिलाधिकारी एवं वन विभाग पदाधिकारी को लिखे पत्र में मांग की है। वन विभाग अपने प्राणी को ले जाए या मुआवजा या मारने की छूट दे । मोर्चा के द्वारा लिखे पत्र में लिखा है कि सरकार के द्वारा सभी जिलाधिकारी को लिखे पत्र में जंगली जानवरों से होने वाले फसल नुकसान को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।