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Road safety kaimoor : सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए 46 से अधिक ब्लैक स्पॉट चिन्हित, व्यवस्था कुछ नहीं

दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत जिले में तीन सौ किलोमीटर सड़क का निरीक्षण जागरण टीम ने किया। इस क्रम में पाया गया कि जिला प्रशासन ने सिर्फ 46 से अधिक ब्लैक स्पॉट कागजों पर चिन्हित किया है। उक्त ब्लैक स्पॉट पर कोई संकेतक नहीं है।

By Jagran NewsEdited By: Prashant Kumar pandeyPublished: Wed, 16 Nov 2022 03:57 PM (IST)Updated: Wed, 16 Nov 2022 03:57 PM (IST)
Road safety kaimoor : सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए 46 से अधिक ब्लैक स्पॉट चिन्हित, व्यवस्था कुछ नहीं
बसुहारी मोड़ पर नहीं लगा है कोई संकेतक

 जासं, भभुआ: दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत जिले में तीन सौ किलोमीटर सड़क का निरीक्षण जागरण टीम ने किया। इस क्रम में पाया गया कि जिला प्रशासन ने सिर्फ 46 से अधिक ब्लैक स्पॉट कागजों पर चिन्हित किया है। उक्त ब्लैक स्पॉट पर न ही कोई व्यवस्था है और न ही कोई संकेतक लगा है। जबकि सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं ब्लैक स्पॉट पर ही होती हैं। बावजूद परिवहन विभाग सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस पहल नहीं कर रहा है। 

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इस वर्ष 150 लोगों की गई जान

इसका नतीजा है कि जनवरी से अक्टूबर माह के अंत तक कुल करीब 150 लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अब तक दुर्घटना के रोकने के लिए कोई ठोस रणनीति भी नहीं बनाई जा सकी। निरीक्षण के क्रम में राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी संकेतक नहीं दिखा। इसके अलावा राज्यस्तरीय सड़क पर भी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। जिले के मोहनियां अनुमंडल में लगभग 50 किलोमीटर का हाइवे क्षेत्र है। जहां सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। 

यह एनएच दो है जहां हमेशा दुर्घटनाएं होती हैं

राष्ट्रीय राजमार्ग पर होती हैं अधिक दुर्घटनाएं

राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती है। एनएच होने के कारण गाड़ी तेजी से फ़र्राटे भरते हुए निकलती है। अधिक रफ्तार के कारण अधिकांश दुर्घटनाएं घटित होती हैं या कभी - कभी यातायात के नियमों का पालन न करना भी जानलेवा साबित हो जाता है। दूसरी तरफ अंडरपास की व्यवस्था न होने के कारण भी एनएच पार करने के दौरान लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। हालांकि कैमूर जिला में अभी कोहरे का असर नहीं है, लेकिन ठंड के समय में कोहरे से भी दुर्घटनाएं होती है।

संकेतक लगाने का होगा कार्य

कैमूर के जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू ने इस बाबत बताया किजिला में एनएच तथा एसएच व पथ निर्माण विभाग के सड़कों पर चिन्हित किए गए संभावित सभी ब्लैक स्पॉट पर संकेतक लगाने का कार्य किया जाएगा। साथ ही वाहन चालकों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत लोगों को जागरूक किया जाता है। 

ये हैं कैमूर के ब्लैक स्पॉट 

थाना - ब्लैक स्पॉट क्षेत्र, भभुआ - सारंगपुर मोड़, मरीचांव गेटसोनहन - सिलौटा मोड़, अंबेडकर कालोनी बेलांव - बसुहारी मोड़, बेलांव बाजार मोड़ करमचट - बगही नहर, आरडी 84, सबार गांव के पास भगवानपुर - भैरवपुर गांव के पास , हनुमान घाटी, अधौरा पहाड़ी घाटी अधौरा - धरती माई मोड़, जलेबिया मोड़, औखरगाड़ा मोड़, चैनपुर - परईया मोड़, हजरा पुल, करजी से गेहूंआ गांव तक, कुशहरिया गांव और पुल चांद - अईलाया मोड़, चांद नहर पुल रामगढ़ 

मरिचांव गेट के पास नहीं है सुरक्षा दीवार

दुर्गावती नदी पुल के पास

नुआंव - पंजराव मोड़, कुदरा - पुसौली बाजार मोड़, चिलबिली मोड़, सकरी मोड़, लालापुर से बनभोज होटल तक, बघेल स्कूल से पुसौली बाजार, चिलबिली से करमा मोड़, लालापुर ओवरब्रीज से बनभोज होटल, पंचपोखरी से भगीना होटल, नाथोपुर से अमिरथा, खुर्माबाद से पछाहगंज तक दुर्गावती - धेनक्षा मोड़, पीपरी मोड़, भरसिंघा मोड़, चेहरिया से कल्याणपुर विद्यालय तक, बिछिया स्कूल से शेखाडीह बाबा, दहला से दुर्गावती थाना, महादेव होटल से डिडखिली, कुलहड़िया मोड़ से भेरिया, अनपूर्णा होटल से धनेक्षा, खजुरा काली माता के पास, रोहिया से मड़हिया गांव तक, कल्याणपुर से चेहरियां तक , धनेक्षा से महमूदगंज तक,

दुर्गावती से दहला बाजार तक मोहनियां - शारदा ब्रजराज, पटना मोड़ से बरेज तक,दसौती नहर, लहुरबारी बहुआरा, स्वास्तिक होटल से एमपी कॉलेज तक, पानापुर से शहीद बाबा टेकरा तक, संजीवनी अस्ताल के पास से पटना मोड़ व चांदनी चौक मोहनियां। 


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