तीन महीने में जर्जर हो गई छह करोड़ की लागत से बनी सड़क
प्रखंड क्षेत्र के हजरापुल से नवरत्ता तक छह करोड़ की लागत से बनी सड़क महज तीन महीने में ही जर्जर हो गई। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इसका निमार्ण कराया गया था।
प्रखंड क्षेत्र के हजरापुल से नवरत्ता तक छह करोड़ की लागत से बनी सड़क महज तीन महीने में ही जर्जर हो गई। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इसका निमार्ण कराया गया था। निर्माण के दौरान अनियमितता बरते जाने के कारण सड़क कई जगहों उखड़ गई है। बता दें कि 14 अक्टूबर को ही सांसद छेदी पासवान ने सड़क का उद्घाटन किया था। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मौजूद ग्रामीणों ने इसके निर्माण में अनियमितता बरते जाने की आवाज उठाई थी। उस वक्त सांसद ने ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता उपेंद्र शर्मा से सड़क उखड़ने की बात बताई तो उसने दशहरा के दो दिन के बाद रोड मरम्मत कराने की बता कही। दशहरा बीते 10 दिन से अधिक हो गया बावजूद मरम्मत का कार्य नहीं कराया गया। निर्मित सड़क की लंबाई 12 किलोमीटर है। जिसकी प्रस्तावित राशि 5 करोड़ 93 लाख 68 हजार है ऊपर से 5 वर्ष तक रखरखाव के लिए 53 लाख 43 हजार रुपया अलग से देय है। प्राक्कलन के अनुसार, सड़क बनाने के लिए चार लेयर में गिट्टी और अन्य मेटेरियल देकर सड़क को तैयार करना है। साथ ही प्रत्येक लेयर को रोलर के द्वारा पानी डाल कर अच्छे से दबाना है ताकि सड़क धंसने की शिकायत उत्पन्न ना हो और सड़क टिकाऊ रहे। मगर सड़क निर्माण की गुणवत्ता इतनी खराब है कि नवनिर्मित सड़क 12 किलोमीटर में मात्र 3 महीने में ही सैकड़ों जगह उखड़ गई। जबकि इस सड़क पर वाहनों का आवागमन काफी कम होता है।