डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने इडी के आदेश की प्रति फूंकी
पांच सूत्री मांगों को ले सदर अस्पताल में बीते दो दिनों से धरना दे रहे जिले के संजीवनी कार्यक्रपांच सूत्री मांगों को ले सदर अस्पताल में बीते दो दिनों से धरना दे रहे जिले के संजीवनी कार्यक्रम के हड़ताली डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने तीसरे दिन शुक्रवार को मांगों के संबंध में जारी कार्यपालक निदेशक के आदेश की प्रति जलाते हुए उसे वापस लेने की मांग की। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री व प्रधान सचिव का प्रतीकात्मक पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया।
पांच सूत्री मांगों को ले सदर अस्पताल में बीते दो दिनों से धरना दे रहे जिले के संजीवनी कार्यक्रम के हड़ताली डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने तीसरे दिन शुक्रवार को मांगों के संबंध में जारी कार्यपालक निदेशक के आदेश की प्रति जलाते हुए उसे वापस लेने की मांग की। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री व प्रधान सचिव का प्रतीकात्मक पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया। डाटा इंट्री ऑपरेटर सघर्ष समिति के अध्यक्ष डब्लू कुमार व सचिव प्रयाग नंदन ¨सह ने बताया कि मांगों के समर्थन में 19 जनवरी को समाहराणालय पर धरना दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जिले के संजीवनी डाटा ऑपरेटर अपनी पांच सूत्री मांग यथा पूर्व से कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटरों को राज्य व जिला स्वास्थ्य समिति में समयोजित करने, सर्वोंच्च न्यायालय के फैसले व संविधान में प्रतिपादित नियमों के अनुसार डाटा आपरेटरों को आशुलिपिक को दिए जाने वाले वेतन व सुविधा देने, पांच माह के बकाया वेतन का शीघ्र भुगतान कराने, 11 हजार के वेतन में से कंपनी द्वारा तीन हजार कटौती करने की प्रक्रिया रोकने तथा 60 वर्ष तक सेवा सुरक्षित करते हुए इपीएफ, सीएल आदि की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को ले 16 जनवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहकर सदर अस्पताल में धरना दे रहे है। उधर सजीवनी कार्यक्रम के अंतर्गत आउसोर्सिंग से 11 हजार के मानदेय पर नियुक्त डाटा इंट्री ऑपरेटरों द्वारा हड़ताल करने से अस्पताल की सेवा प्रभावित होने की जानकारी होने पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक आलोक कुमार ¨सह ने सीएस सह जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य सचिव को पत्र भेजकर आउटसोर्सिग एजेंसी के माध्यम से सेवा कार्य का विरोध करने वाले डाटा इंट्री ऑपरेटरों को हटा कर उनकी जगह नए डाटा ऑपरेटर को उपलब्ध करवाने का आदेश दिया है। साथ ही कार्य में व्यवधान डालने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। ऐसे डाटा आपरेटरों को पुन: सेवा में न लेने का भी आउटसोर्सिग को निर्देश देने को कहा है। सदर अस्पताल में आदेश की प्रति जलाने व पुतला दहन करने वाले कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष व सचिव सहित श्री निवास,आरती, सिद्धार्थ,सुभाष, रीना, नारायण वीरेंद्र, राकेश, श्यामप्रकाश, अरून्जय, मनोज, नौशाद, दिव्यांशु, कुणाल, अखिलेश मो. अख्तर, आशीष कुमार, कृष्णकांत, दीपक, जितेंद्र, संजय, तनुजा आकृति, शहनाज, महानंद, सत्येंद्र, श्यामानंदन व हितेष आदि डाटा इंट्री आपरेटर शामिल थे। ज्ञात रहे कि इस हड़ताल से सदर अस्पताल के आयुष्मान भारत कार्यक्रम में पंजीयन ठप है। ओपीडी व आपात चिकित्सा कक्ष के बगल के काउंटर पर रोगियों की पर्ची मैनुअल बनाई जा रही है। दवा वितरण काउंटर पर भी पर्ची पंजीकृत न होने से दवाओं के वितरण का हिसाब मैनुअल चल रहा है। इससे मरीजों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।