विद्यालयों में मात्र 45 फीसद बने आधार कार्ड
कैमूर। जिले के प्लस टू उच्च विद्यालयों में आधार कार्ड बनाने के लिए नामित किए गए एजेंसियों द्वार
कैमूर। जिले के प्लस टू उच्च विद्यालयों में आधार कार्ड बनाने के लिए नामित किए गए एजेंसियों द्वारा शिथिलता बरती जा रही है। जिसकी शिकायत विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने जिला शिक्षा विभाग में की गई थी। जिसे ले कर शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यालय को लिखा गया है। इधर इस संबंध में जानकारी देते हुए शिक्षा विभाग के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आरएमएएस ददन राम ने बताया कि जिले के 45 पल्स टू उच्च विद्यालय, 55 उत्क्रमित उच्च विद्यालय तथा 14 स्थापना अनुमति प्राप्त उच्च विद्यालयों में छात्र और छात्राओं के आधार कार्ड बनाने के लिए निलसन, सीएससी, नेटलिंक आदि चार एजेंसियों को मुख्यालय स्तर से नामित किया गया था। इन एजेंसियों को मुख्यालय स्तर से ही विभिन्न प्रखंडों में कार्य करने के लिए प्रखंड भी आवंटित किये गये थे। इन एजेंसियों को आधार कार्ड बनाने के लिए अंतिम तिथि 31 अगस्त 2016 निर्धारित किया गया था। लेकिन अगस्त इन एजेंसियों के कार्य करने का गति बेहद सुस्त रही है। अगस्त तक मात्र 45 प्रतिशत आधार कार्ड ही इन एजेंसियों द्वारा बनाया गया है। यही नहीं जिन विद्यालयों में इन एजेंसियों ने बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रक्रिया याने अंगुलियों ,आंख आदि का फोटो लेने जैसे कार्य पूरा कर लिये हैं।
उसमें से भी राम दुलारी उच्च विद्यालय बहुअरा, गांधी स्मारक उच्च विद्यालय चांद आदि द्वारा यह शिकायत दर्ज कराया गया था कि बायोमिट्रिक प्रक्रिया पूरी कर लेने के बावजूद भी नेट पर छात्र छात्राओं की सूची नहीं देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों के शिकायत पर एजेंसियों से बात भी किया गया लेकिन एजेंसियों का उत्तर बहुत संतोषजनक नहीं था। जिसके बाद एजेंसियों द्वारा कार्य में प्रगति नहीं किये जाने का रिपोर्ट मुख्यालय को भी भेज दिया गया है।