टांगी से हमला कर वृद्ध की हत्या
जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी से सटे डूमरकोन गांव के सिवाना में रविवार की रात छावनी पर सोए वृद्ध पशुपालक की टांगी से हमला कर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है।
कैमूर। जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी से सटे डूमरकोन गांव के सिवाना में रविवार की रात छावनी पर सोए वृद्ध पशुपालक की टांगी से हमला कर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। घटना की जानकारी अगले दिन सोमवार की अहले सुबह मृतक के भतीजा प्यारे सिंह यादव को छावनी पर जाने पर हुई। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां से पोस्टमार्टम के बाद शव को दाह संस्कार के लिए स्वजनों को सौंप दिया गया। मृतक ने विवाह नहीं किया था। लेकिन बड़े भाई की मौत के बाद गांव समाज के दबाव में भाभी के साथ विवाह होने से एक पुत्र बजरंगी यादव पैदा हुआ है।
घटना के संबंध में भतीजा प्यारे सिंह यादव ने बताया कि डूमरकोन गांव निवासी लगभग 62 वर्षीय बचाउ यादव रोज की भांति घर खाना खाकर अपनी बकरियों के साथ गांव से पश्चिम स्थित अपनी घासफूस के बनी छावनी पर रहने चले गए। बकरियों को बांधने के बाद वे वहीं सो गए। सुबह उनकी झोपड़ी के बगल बनी अपनी झोपड़ी पर जब उनका भतीजा गया तो झोपड़ी के आगे बने चचरी गेट को खुला पाया। आवाज लगाने पर जब कोई उत्तर नहीं मिला तो अंदर जाकर देखा तो चारपाई पर बचाउ सिंह यादव मृत अवस्था में पड़े थे जबकि उनके चेहरे व गले के पास टांगी से हमले का निशान बना हुआ था।
ज्ञात हो कि मृतक पांच भाई थे। जिसमें से बड़े भाई रामचरित्र सिंह यादव व रामजग सिंह यादव की वर्ष 1979 में नक्सली हमले में हत्या हो गई थी। हांलाकि स्वजनों की माने तो अब गांव में पहले जैसे हालात नहीं है। मृतक का किसी के साथ कोई विवाद नहीं था। वर्तमान में रामचेला सिंह यादव व मुंशी सिंह यादव दो भाई बचे है। जो इस घटना से काफी मर्माहत थे।