बनारस से घर के लिए पैदल व साइकिल से निकल पड़े मजदूर
कैमूर। इस समय पूरे विश्व में कोरोना वायरस से भय का माहौल है। जिसके कारण भारत देश को लॉकडाउन किया गया है। लेकिन लॉकडाउन के बावजूद भी काम करने वाले मजदूर पैदल या साइकिल से अपने घर के लिए निकल पड़े हैं।
कैमूर। इस समय पूरे विश्व में कोरोना वायरस से भय का माहौल है। जिसके कारण भारत देश को लॉकडाउन किया गया है। लेकिन लॉकडाउन के बावजूद भी काम करने वाले मजदूर पैदल या साइकिल से अपने घर के लिए निकल पड़े हैं। बता दें कि बिहार के औरंगाबाद मदनपुर, बांका, जमुई झाझा क्षेत्र के लोग बनारस में रह कर कार्य करते हैं। रिक्शा, ठेला चलाने के अलावा मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं। लेकिन अचानक देश में लॉकडाउन होने से लोग बनारस से पैदल ही चल पड़े हैं। शुक्रवार को एनएच दो पर मिले अरुण चौधरी, संजय चौधरी, विनोद चौधरी औरंगाबाद जिले के मदनपुर सहित अलग-अलग गांव से एवं बांका जमुई झाझा क्षेत्र से विष्णुदेव यादव, राजेश यादव आदि ने बताया कि गुरुवार की शाम में ही बनारस से पैदल चले हैं। उनके घर जाने तक चार-पांच दिन का समय लगेगा। इस दौरान उन्होंने बताया कि पास में घर पहुंचने तक के लिए पैसा लिए हैं। लेकिन इस दौरान ढ़ाबा और होटल भी बंद है। इसके चलते जो बना कर घर से लेकर चले हैं उससे भूख मिटा रहे हैं। कहीं कोई सामाजिक व्यक्ति कुछ उपलब्ध करा दे रहा है तो उससे भी काफी राहत मिल रही है। आने वाले लोगों ने बताया कि अब तक प्रशासनिक पदाधिकारियों से मुलाकात नहीं हुई है।