बंद चापाकलों का सर्वे करा 15 मार्च तक कराएं ठीक : डीएम
जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक में योजनाओं की हुई समीक्षा - असमय हुई बारिश से फसलों के नुकसान का होगा आकलन जासं भभुआ जिले के मैदानी व पहाड़ी क्षेत्रों में बंद पड़े चापाकलों का सर्वे कर उन्हें अब चालू किया जाएगा। कुछ दिनों के बाद आने वाली गर्मी को देखते हुए यह पहल की जा रही है। गुरुवार को डीएम के कार्यालय कक्ष में आयोजित कृषि टास्क फोर्स
जिले के मैदानी व पहाड़ी क्षेत्रों में बंद पड़े चापाकलों का सर्वे कर उन्हें अब चालू किया जाएगा। कुछ दिनों के बाद आने वाली गर्मी को देखते हुए यह पहल की जा रही है। गुरुवार को डीएम के कार्यालय कक्ष में आयोजित कृषि टॉस्क फोर्स की बैठक डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने पीएचइडी विभाग के पदाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिया। साथ ही कृषि, पशुपालन, उद्यान, भूमि संरक्षण, आत्मा की संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए डीएम ने योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने, लंबित मामलों के निष्पादन के संबंध में कई निर्देश दिए। मिली जानकारी के अनुसार जिले में रबी फसल के लिए 77 हजार हेक्टेयर में आच्छादन किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसे पूरा कर लिया गया है। डीएम ने डीएओ को निर्देश दिया कि असमय बारिश के कारण मसूर की फसल के नुकसान का आकलन किया जाए। साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में कैमूर राज्य में 14 वें पायदान पर है। प्रथम पायदान पर लाने के लिए उन्होंने कहा कि प्रखंडों में शिविर लगा कर लंबित आवेदनों का निष्पादन किया जाए। प्रधानमंत्री मानधन योजना में लंबित आवेदनों का अंचलाधिकारी एवं कृषि समन्वयक स्तर पर निपटारा कराने के संबंध में भी डीइओ को निर्देश दिया। कृषि यांत्रिकीकरण के लिए आवेदन करने वाले किसानों एवं डीलरों की आवश्यक बैठक 15 मार्च तक कराने के लिए भी डीएम ने निर्देशित किया। ताकि शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। इसके अलावा जिलाधिकारी ने संयुक्त कृषि भवन के बगल में खाली पड़ी जमीन में बागवानी का प्रत्यक्षण कराने के लिए सहायक निदेशक उद्यान को भी निर्देशित किया। बैठक में डीएओ ललिता प्रसाद, पीडी परियोजना श्याम बिहारी सिंह, उद्यान पदाधिकारी संजय कुमार, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, पीएचइडी के कार्यपालक पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।