देशव्यापी हड़ताल का कई संगठनों ने किया समर्थन
नगर में सड़क मार्च निकाल की नारेबाजी जागरण संवाददाता भभुआ ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल का जिले के कई संगठनों ने समर्थन किया है। बुधवार को भभुआ नगर में कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़क मार्च निकाल प्रदर्शन किया। इस क्रम में अखिल भारतीय खेत मज
ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल का जिले के कई संगठनों ने समर्थन किया है। बुधवार को भभुआ नगर में कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़क मार्च निकाल प्रदर्शन किया। इस क्रम में अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा ने सड़क मार्च व सभा का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता प्रहलाद बिद ने की। कार्यक्रम में कार्यकर्ता झंडा बैनर के साथ सरकार की श्रमिक विरोधी नीति के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। कार्यकर्ताओं ने श्रमिक विरोधी नीति व कानून को वापस लेने, जनविरोधी श्रमिक विरोधी कानून को रद्द करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, ठेकेदारी प्रथा को बंद करने, सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण करना बंद करने, दैनिक मजदूरी 600 रुपये करने, निजी शिक्षा चिकित्सा बंद करने आदि की मांग की। सड़क मार्च एकता चौक होते हुए प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंच कर सभा में बदल गया। जहां वक्ताओं ने अपने अपने विचार प्रकट किए। इस कार्यक्रम में कतवारू दास, उग्रह चेरो, ललन मांझी, बबुआ मांझी, सच्चन राम, विजय कुमार, लाल बहादुर माली, दीनाराम, राधिका देवी, इसरत बेगम आदि शामिल थे। वहीं दूसरी ओर आशा कार्यकर्ताओं ने भी देशव्यापी हड़ताल का समर्थन किया। नगर के राजेंद्र सरोवर पर जुट कर आशा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। जुलूस मुख्य मार्ग होते हुए एकता चौक पहुंचा। जुलूस में आशा कार्यकर्ता समान काम का समान वेतन देने, आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मी घोषित करने आदि की मांग कर रही थी। जुलूस का नेतृत्व जिला अध्यक्ष शब्या पांडेय ने की। जिसमें उपाध्यक्ष नजमा खातून, इंदु देवी, शकुंतला देवी, उषा देवी, उर्मिला देवी, मालती देवी, प्रेम शिला देवी, कुंता देवी, सरोज देवी, कमलेश देवी, संगीता देवी, आशा देवी सहित काफी संख्या में आशा कार्यकर्ता शामिल थी। इसके अलावा ट्रेड यूनियनों के देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में वाम दलों के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरे। भाकपा माले के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजेंद्र सरोवर से जुलूस निकाला। जो मुख्य बाजार होते हुए एकता चौक पर पहुंचा। जहां एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें ट्रेड यूनियनों की मांगों का समर्थन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने देश में संप्रदायिक बंटवारा नहीं जनता को अधिकार देने, रोजी-रोटी सामाजिक सुरक्षा और सम्मान देने, मंदी महंगाई पर रोक लगाने, निजी करण पर रोक लगाने, राष्ट्रीय संपत्ति को नहीं बेचने, विभाजन कारी एनआरसी व सीएए को वापस लेने, नई पेंशन स्कीम वापस लेने, श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन और मालिकों के गुलामी के पक्ष को रद्द करने आदि की मांग की। कार्यक्रम में विजय यादव, मोरध्वज सिंह, जय प्रकाश निराला, गीता देवी, बिग्गू शर्मा, मो लाइन, रामचंद्र प्रसाद, बलदाऊ सिंह, कपिलदेव राम, रामधीन, शिव मंदिर राम सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।