जीबी कॉलेज के मासूम व आदर्श बालिका की साइंस टॉपर बनीं नीतू
स्थानीय ग्राम भारती कॉलेज के छात्रों ने इस बार बेहतर प्रदर्शन किया है। इस कॉलेज के छात्र मासूम साइंस में 427 अंक लाकर जीबी कॉलेज टॉपर बना है। जबकि वाणिज्य में नरहन की मुस्कान कुमारी 428 तथा आदर्श बालिका की नीतू 414 अंक साइंस में लाकर अपने कॉलेज में टॉपर बनीं।
स्थानीय ग्राम भारती कॉलेज के छात्रों ने इस बार बेहतर प्रदर्शन किया है। इस कॉलेज के छात्र मासूम साइंस में 427 अंक लाकर जीबी कॉलेज टॉपर बना है। जबकि वाणिज्य में नरहन की मुस्कान कुमारी 428 तथा आदर्श बालिका की नीतू 414 अंक साइंस में लाकर अपने कॉलेज में टॉपर बनीं। इस बेहतर प्रदर्शन से जीबी कॉलेज व आदर्श बालिका इंटर स्तरीय स्कूल के परिणाम से शिक्षक अभिभावक काफी खुश हैं। इंटर साइंस में 90 छात्राओं में से 87 उत्तीर्ण हैं। जिसमें 60 प्रथम श्रेणी हैं। इसी तरह आर्ट्स में 116 छात्राओं में 114 सफल हैं, जिसमें 85 प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हैं। छात्राओं की सफलता से गदगद प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह ने बताया कि साइंस में नीतू यादव (414) स्कूल टॉपर है। इसके अलावा टॉप फाइव में नेहा कुमारी (401), निक्की कुमारी (395), ममता कुमारी (394) व मधु कुमारी (391) शामिल हैं। आर्ट्स के टॉप फाइव में अनीता कुमारी (385) अव्वल है। इसके अलावे ज्योति, पार्वती, आरती पांडेय व अफसाना खातून ने अच्छा प्रदर्शन किया है। स्कूल के शिक्षक गणेश लाल ने बताया कि बेहतर रिजल्ट स्कूल में पढ़ रही छात्राओं के लिए प्रेरक होगा। शिक्षक भी नई उर्जा के साथ अपने दायित्व को अंजाम देंगे। विद्यालय के सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी शिक्षकों व छात्राओं को शुभकामनाएं दी है। बता दें कि आदर्श गर्ल्स हाईस्कूल जिले में हमेशा सुर्खियों में रहा है। यहां की व्यवस्था में अभिभावकों की सराहनीय पहल रही है। अभिभावक फंड से शिक्षक रखे गए हैं। ताकि पढ़ाई बाधित न हो। उधर, जीबी कॉलेज में पहली बार साइंस का रिजल्ट 98 प्रतिशत है। रसायन शास्त्र की विभागाध्यक्ष डा. मधुलता शुक्ला व फिजिक्स के विभागाध्यक्ष डा. अजय चौधरी ने बताया कि शानदार रिजल्ट से हमारा मनोबल बढ़ा है। इस कॉलेज में पढने वाला नुआंव प्रखंड के सातोएवंती का छात्र मासूम 427 अंक साइंस में लाकर कॉलेज का नाम रोशन किया है। जबकि वाणिज्य में डरवन की रक्षा कुमारी 428 तथा रक्षा कुमारी 416 अंक लाकर कॉलेज का नाम रोशन किया। प्रो. मधुलता शुक्ला ने बताया कि साइंस में बेहतर पढ़ाई का यह प्रतिफल है।