बाढ़ में बह गई सड़क, आवागमन बाधित
कैमूर । गत दिनों हुई बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ ने चारों तरफ तबाही मचाई है। एक
कैमूर । गत दिनों हुई बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ ने चारों तरफ तबाही मचाई है। एक तरफ सैकड़ों एकड़ फसलें बाढ़ की पानी से बर्बाद हो गई तो वही कई गांव आज भी प्रखंड और जिला मुख्यालय से कटे हुए हैं। लेकिन इस बीच मोहनिया प्रखंड के बरैथा गांव के लोगों के सामने सबसे बड़ी मुसीबत यह है कि दुर्गावती नदी के उफान से आई बाढ़ ने इस कदर कहर बरपाया की गांव की सड़क ही बाढ़ की वजह से बह गई। सड़क के पानी में बह जाने की वजह से गांव का आवागमन बाधित हो गया है। दोपहिया से लेकर चार पहिया तक की गाड़ियां जो गांव में हैं वह गांव में ही खड़ी हैं और जो गांव से बाहर हैं वह गांव के बाहर ही खड़ी हैं। बरैथा गांव की सड़क बाढ़ में बह जाने की वजह से गांव की परेशानी काफी हद तक बढ़ गई है। सड़क के पानी में बह जाने की वजह से बरैथा गांव के लोग बाँस बल्ली के सहारे सड़क को पार कर रहे हैं। इसमें खतरा भी है, छोटे बच्चे और महिलाएं गांव से बाहर नहीं निकल पा रही हैं। जरूरत पड़ने पर एक दूसरे का हाथ पकड़ लोग पानी से बही सड़क के बीच पानी के तेज बहाव से हो कर पार हो कर रहे हैं वैकल्पिक व्यवस्था को देखते हुए ग्रामीणों ने बाढ़ में बही सड़क के ऊपर बांस बल्ली रख किसी तरह आवाजाही कर रहे हैं।
जिला परिषद सदस्य गोल्डेन ¨सह ग्रामीणों का हाल जानने बरैथा गांव पहुंचे और इस सवाल पर डीएम कैमूर से बात भी की। हालाँकि की डीएम ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा। वही ग्रामीण विनोद ¨सह, विजय ¨सह, राधेश्याम से सत्येंद्र ¨सह ने बताया कि आपातकालीन सेवा भी बाधित हो गई है। जरूरत पड़ने पर गांव में एंबुलेंस भी नहीं आ सकती या फिर ग्रामीण अपने निजी साधनों से इलाज के लिए अस्पताल नहीं जा सकते। क्योंकि गांव को जोड़ने वाली सड़क बाढ़ की वजह से बह गई है गाँव के बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहें हैं।
चाद में 6960 एकड़ फसल जलजमाव से प्रभावित
चांद: प्रखंड कृषि विभाग के द्वारा जिला को सूचित किया गया जल जमाव से प्रभावित क्षेत्र फल 6960 एकड़ बताया जाता है ।जिलाधिकारी ने जल जमाव से प्रभावित क्षेत्र फल की रिपोर्ट कृषि विभाग से तलब किया था। कृषि विभाग के किसान सलाहकार ने सर्वे की रिपोर्ट तैयार किया। पंचायतवार विवरण इस प्रकार है। लोहदन 380, गोई 750, दुलही 735, पाढी 935,चौरी 930,कुडी 485,चाँद 1070, विउरी 240, सौखरा 210, भरारी कला 270, सिरहीरा 560, एवं शिवरामपुर 395 एकड़ है। जानकारी के लिए बता दे कि भयंकर बाढ़ से चार दिनों से जल जमाव की स्थिति बनी हुई थी। शुक्रवार को बारिश नहीं होने से धीरे-धीरे जल जमाव से किसानों को निजात मिल रहा हैं। चार दिनों से धान की फसल डूबी होने से फसल को काफी नुकसान हुआ है ।