कैमूर में किसानों को दी गई खेती की जानकारी
प्रखंड मुख्यालय के बंदीपुर गोदाम के समीप शुक्रवार को एक दिवसीय इफ्को फर्टिलाइजर की कार्यशाला आयोजित हुई।
कैमूर। प्रखंड मुख्यालय के बंदीपुर गोदाम के समीप शुक्रवार को एक दिवसीय इफ्को फर्टिलाइजर की कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमें किसानों को खेती से लेकर खाद की उपयोगिता की जानकारी दी गई। लगातार खेतों में रसायनिक खादों की वृद्धि होने से खेतों की उर्वरा शक्ति क्षीण होने को लेकर यह कार्यशाला हुई। इफ्को के क्षेत्रीय पदाधिकारी नवनीत कुमार सिंह ने किसानों को सरकारी खाद इफ्को की प्रचुरता की जानकारी दी तथा कहा कि यह इलाका कृषि के लिए समृद्धशाली है। वर्षों से लोग रासायनिक खाद का प्रयोग कर उत्पादन क्षमता बढ़ा रहे हैं। लेकिन रासायनिक खादों की दिनों दिन बढ़ती जा रही प्रचुरता से खेतों की उर्वरा शक्ति कमजोर हो रही है। जिसको लेकर विभाग नैनो केमिकल का उत्पादन किया है। जो यूरिया खाद के बदले प्रयोग में लाया जाएगा। इस तकनीकी केमिकल के आने से रासायनिक खाद का बाजार ठप होगा। उन्होंने बताया कि नैनो इफ्को का इजरायल है। यह केमिकल से केवल छिड़काव करना है। जिससे यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाएगी। एक लीटर नैनो एक एकड़ में यूरिया की पूर्ति करेगा। इससे अब न खेत बंजर होगा और न ही दुकानों पर खाद के लिए लोगों को आना पड़ेगा। इसके उपचार से किसानों को कई तरह के फायदे होंगे। इस दौरान यूनियन बैंक आफ इंडिया के प्रबंधक भारतेंदु सोनल, बिस्कोमान के प्रबंधक अजय सिंह, खाद के थोक विक्रेता लोकनाथ सिंह कुशवाहा, ब्रजेश सिंह, मिथलेश सिंह, किसान डॉ महेंद्र सिंह, भानु प्रताप सिंह, मुकेश कुमार सिंह, संतोष सिंह, चंद्रभूषण पांडेय, अजीत कुमार, राजेश चौधरी, विकास सिंह सहित कई किसान मौजूद रहे। कार्यशाला के बाद इफ्को द्वारा सौ गरीब लोगों के बीच गर्म वस्त्र वितरित किया गया।