यूरिया लेने के लिए किसान रहे परेशान
जिले में यूरिया की किल्लत से किसान जूझ रहे हैं। नहर में पानी आने से किसानों ने खेतों में लगे गेहूं तथा रबी फसल की ¨सचाई कर दी।
जिले में यूरिया की किल्लत से किसान जूझ रहे हैं। नहर में पानी आने से किसानों ने खेतों में लगे गेहूं तथा रबी फसल की ¨सचाई कर दी। ¨सचाई के बाद अब यूरिया की आवश्यकता है। इसके लिए किसान बिस्कोमान, इफ्को क्रय केंद्र तथा निजी दुकानदारों के यहां भी जा रहे हैं। जहां उनको खाद की जगह निराशा ही हाथ लग रही है। जिले में कुल आठ बिस्कोमान केंद्र है। जबकि एक इफ्को का क्रय केंद्र भभुआ में खुला हुआ है। इसके अलावा जिले में कई निजी दुकानदारों को भी लाइसेंस दिया गया है। जो पॉश मशीन के माध्यम से खाद बेचने का काम करते हैं। किसानों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में जब खाद नहीं रहती है तथा बिस्कोमान खाद केंद्र बंद रहता है तो दुकानदार भी दुकान बंद कर देते हैं। दुकानदार चोरी छिपे यूरिया को ब्लैक में बेचने का काम करते है। एक बोरी यूरिया की कीमत चार से पांच सौ रूपये में खरीदना पड़ता है। लेकिन खाद की इस कमी से जिला प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है। जहां एक ओर किसान खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार कई दिनों से जिला में यूरिया की किल्लत थी। बुधवार को खाद की रैक जिला में आई। बुधवार को आई रैक के बाद गुरुवार को जिले के कई प्रखंडों में खाद पहुंची। जहां पर लोगों की लंबी कतार देखने को मिली। जिसके चलते किसानों को अपनी बारी के लिए काफी इंतजार करना पड़ा।