बेटी को लौटा तो नहीं सकता लेकिन न्याय दिलाउंगा: मांझी
रामगढ़ थाना क्षेत्र की छात्रा की मौत से भड़के आक्रोश के बाद रविवार को हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी मृत छात्रा के गांव पहुंचे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में इनका काफिला घर पहुंचा। पूर्व सीएम मृत छात्रा के माता पिता का आंसू पोछे तथा कहा कि बेटी को लौटा तो नहीं सकता लेकिन न्याय दिलाउंगा। इस दौरान उन्होंने पूरी घटना की ¨बदुवार जानकारी ली। 45 मिनट के कार्यक्रम के दौरान 16 से 18 जनवरी के वृतांत की जानकारी ली व गंभीरता से उनलोगों की बातों को सुना। छात्रा की माता से पहले पूरे घटना क्रम की जानकारी ली।
रामगढ़ थाना क्षेत्र की छात्रा की मौत से भड़के आक्रोश के बाद रविवार को हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी मृत छात्रा के गांव पहुंचे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में इनका काफिला घर पहुंचा। पूर्व सीएम मृत छात्रा के माता पिता का आंसू पोछे तथा कहा कि बेटी को लौटा तो नहीं सकता लेकिन न्याय दिलाउंगा। इस दौरान उन्होंने पूरी घटना की ¨बदुवार जानकारी ली। 45 मिनट के कार्यक्रम के दौरान 16 से 18 जनवरी के वृतांत की जानकारी ली व गंभीरता से उनलोगों की बातों को सुना। छात्रा की माता से पहले पूरे घटना क्रम की जानकारी ली। पढ़ाई लिखाई व परिवार के अन्य सदस्यों की भी स्थिति को जाना। सीएसपी से पैसा निकालने व भभुआ रोड स्टेशन तक की घटी घटना को बारिकी से सुना। मृत छात्रा की मां ने बड़ौरा के सीएसपी संचालक द्वारा आधार कार्ड व अंगूठा का निशान लगाकर भी पैसा नहीं देने की बात कही। थाना में आवेदन देने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न कर हमको बेटी के साथ भगा दिया गया और हमारी बेटी को बाइक पर बैठाकर ले गया। फिर कहां छोड़ा इसकी हमको जानकारी नहीं हुई। फिर पिता से घटना की जानकारी ली। उनसे अजा बस्ती की आबादी व जनसंख्या के बारे में जानकारी भी ली। बताया कि दो तीन सौ घर की बस्ती है। हमलोगों के साथ हमेशा से अन्याय होता है। मैं कोलकाता में नौकरी करता हूं। मेरी बेटी के साथ घटी घटना की जानकारी भभुआ रोड से फोन पर मुझे मिली। मैं वहां से चला तब तक बेटी को मोहनियां सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भाई व बेटा रेफर करा बनारस ट्रामा सेंटर पहुंचाए थे मैं जब बनारस पहुंचा तो वह मर चुकी थी। कैसे मरी यह मैं नहीं नहीं कह सकता। इसके बाद नौ बजे रात्रि में पोस्टमार्टम के बाद हमलोग शव को लेकर रामगढ़ पहुंचे। हमारे मित्र हित व साथियों ने इस हत्या में शामिल व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए सड़क जाम किया। फिर क्या हुआ हमको जानकारी नहीं है। इससे पहले मुझे थाने पर बुलाकर पीटा भी गया। एक भाई को हिरासत में भी लिया है। न्याय नहीं मिल रहा है। हमलोगों के बच्चों को स्कूल जाने से रोका जा रहा है। मीडिया पर भी आरोप लगाया तथा कहा कि ये लोग भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने अजा बस्ती की एक-एक समस्याओं की जानकारी लेते हुए रिपोर्ट बुक में दर्ज कराई। इस दौरान एडीएम सुमन कुमार, एसडीएम शिवकुमार राउत, डीसीएलआर नुरुल एन, डीएसओ, बीडीओ जनार्दन तिवारी, सीओ हेमेन्द्र कुमार, मोहनियां सीओ राकेश ¨सह, सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।