दुर्गा पूजा में संवेदनशील स्थानों पर प्रशासन की रहेगी कड़ी चौकसी
जिले में दुर्गा पूजा काफी धूमधाम से मनाया जाता है। हर प्रखंड में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूरे नौ दिन तक मां की आराधना होती है। इस दौरान श्रद्धालुओं की काफी भीड़ भी होती है। खास कर भभुआ नगर में दुर्गा पूजा कुछ अलग ही तरह से मनाया जाता है।
जिले में दुर्गा पूजा काफी धूमधाम से मनाया जाता है। हर प्रखंड में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूरे नौ दिन तक मां की आराधना होती है। इस दौरान श्रद्धालुओं की काफी भीड़ भी होती है। खास कर भभुआ नगर में दुर्गा पूजा कुछ अलग ही तरह से मनाया जाता है।
नगर में लगभग एक दर्जन से अधिक स्थानों पर मां की प्रतिमा स्थापित की जाती है। साथ ही विशेष तरह की सजावट की जाती है। इससे सड़क पूरी तरह जाम रहती है। पंचमी तिथि से दशहरा तक भभुआ नगर में पैर रखने तक की जगह नहीं बचती है। भभुआ नगर में दशहरा तक ही पर्व नहीं रहता, बल्कि इसके एक दिन बाद भभुआ नगर में भव्य कार्यक्रम पूरी रात चलता है। जिसमें प्रत्येक समिति मां दुर्गा की प्रतिमा को ट्रक पर रख कर नगर भ्रमण कराया जाता है। इसमें लगभग 20 हजार श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस दौरान किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। खास कर संवेदनशील स्थानों पर प्रशासन कड़ी चौकसी रखने का इंतजाम किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, विगत वर्षों में जिन स्थानों पर कुछ विवाद हुआ है वहां प्रशासन की कड़ी नजर है। इसमें चैनपुर के बिउर, सिकंदरपुर, देवरजी कला, हाटा, नौघड़ा, करजांव, अमांव, करती, ईसीपुर, भगवानपुर में कोचाड़ी, भभुआ में महावीर मंदिर, भभुआ बाजार, छावनी मोहल्ला, कुंज, बहुअरा, उजारी, सिकठी, जिगना, एकौनी, करमचट में धवपोखर, नुआंव में अखिनी, नुआंव, पंजरांव, दुमदुमा, कुदरा में बहेरा, कुदरा बाजार, गंगवलिया, दुर्गावती में दुर्गावती बाजार, करारी, तरैया, कर्मनाशा, कल्याणपुर आदि गांव शामिल हैं। इन स्थानों के साथ जिले के दोनों अनुमंडल के कुल 189 चिह्नित स्थानों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
दुर्गा पूजा के दौरान स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क रहेगा। सदर अस्पताल भभुआ व अनुमंडल अस्पताल मोहनियां सहित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंबुलेंस सहित जीवन रक्षक दवाओं के साथ योग्य चिकित्सक एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सिविल सर्जन के स्तर से की गई है। इसके अलावा यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित रखने के लिए एसडीपीओ भभुआ, मोहनियां को जिम्मेदारी सौंपी गई है।