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लॉकडाउन के बाद वाहनों की डिमांड अधिक, आपूर्ति कम

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देश में दो माह से अधिक समय तक लॉकडाउन रहा। लॉकडाउन अवधि में सभी वर्ग के लोगों के सामने कई तरह के संकट उत्पन्न हो गए। लेकिन कोरोना का डर ऐसा की लोग हर परेशानी को झेल लिए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 11:40 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 06:13 AM (IST)
लॉकडाउन के बाद वाहनों की डिमांड अधिक, आपूर्ति कम
लॉकडाउन के बाद वाहनों की डिमांड अधिक, आपूर्ति कम

जागरण संवाददाता, भभुआ: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देश में दो माह से अधिक समय तक लॉकडाउन रहा। लॉकडाउन अवधि में सभी वर्ग के लोगों के सामने कई तरह के संकट उत्पन्न हो गए। लेकिन कोरोना का डर ऐसा की लोग हर परेशानी को झेल लिए। लॉकडाउन के बाद जब सरकार द्वारा अनलॉक किया गया तो सभी लोग अपने-अपने काम पर धीरे-धीरे लग गए। व्यवसाय भी शुरू हुआ। लेकिन लॉकडाउन के बाद बाजार का हाल बहुत अच्छा नहीं दिख रहा। ऐसा नहीं की सामानों की डिमांड कम है, लेकिन आपूर्ति डिमांड के अनुसार नहीं हुई। जिसकी डिमांड रही वहां कोई खरीदार नहीं पहुंचा। यह हाल सिर्फ शहरी क्षेत्र के बाजारों का नहीं बल्कि गांवों के बाजारों का भी है। जिले के व्यवसायों पर गौर करें तो अनलॉक में कपड़ा, बाइक, आभूषण का व्यवसाय काफी खराब रहा। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान शादी-विवाह का काफी समय बीत गया। जब लॉकडाउन खत्म हुआ तो शादी विवाह के कुछ ही दिन बचे। उसमें भी कई तरह के शर्त। इससे कपड़ा, बाइक व आभूषण का व्यवसाय पूरी तरह ठप रहा। बाइक के व्यवसाय ठप होने में एक और कारण सामने आया जो रहा आपूर्ति। बीएस 4 इंजन के बंद होने व बीएस 6 इंजन के बाजार में आने के चलते कंपनियों द्वारा किसी एजेंसी को नई बाइक नहीं भेजी गई। यह हाल जुलाई माह के शुरुआत में भी है। कई एजेंसियों में एक बाइक नहीं है। इसके चलते लोग बाइक की खरीदारी भी नहीं कर सके। लॉकडाउन के बाद ट्रैक्टर की डिमांड भी खूब है। लेकिन कुछ कंपनी के ट्रैक्टर की डिमांड के अनुसार आपूर्ति नहीं है। मोहनियां में न्यू कामना ट्रैक्टर महिद्रा एजेंसी के प्रोपराइटर तरूण सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 100 ट्रैक्टर की बिक्री हुई थी। इस साल 125 ट्रैक्टर की बिक्री हुई है। एस्कार्ट पावरट्रैक ट्रैक्टर एजेंसी के प्रोपराइटर गुंजन सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 50 ट्रैक्टर की बिक्री हुई थी। इस साल 47 ट्रैक्टर की बिक्री हुई। लोगों की डिमांड है। लेकिन कंपनी से आपूर्ति ही नहीं हो रही। इसी तरह स्वराज ट्रैक्टर एजेंसी के प्रोपराइटर अमित सिंह ने बताया कि पिछले साल 40 ट्रैक्टर बिके। लेकिन इस साल आपूर्ति नहीं होने से अब तक मात्र पांच ही ट्रैक्टर बिक सका। लोगों की डिमांड है। लेकिन ट्रैक्टर है ही नहीं। वहीं हीरो बाइक एजेंसी की डायरेक्टर पूजा सिंह व प्रोपराइटर निशांत रमण सिंह ने बताया कि बाइक की आपूर्ति नहीं हो रही है। नए इंजन के लांच होने से ऐसी समस्या है। इसके चलते व्यवसाय प्रभावित हुआ है।

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