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कैमूर: एक दिन पहले गायब हुई छात्रा का सड़क किनारे मिला शव, स्वजन ने जताई हत्या की आशंका, हंगामा

मृतका के स्वजन के सदर अस्पताल पहुंचने के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि छात्रा के पिता ने उसके अपहरण होने की प्राथमिकी मोहनियां थाना में शनिवार की सुबह ही कराई थी। इसमें कुदरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव के युवक को आरोपित बनाया था।

By Satya Prakash SrivastavaEdited By: Yogesh SahuPublished: Sat, 18 Mar 2023 09:19 PM (IST)Updated: Sat, 18 Mar 2023 09:19 PM (IST)
कैमूर: एक दिन पहले गायब हुई छात्रा का सड़क किनारे मिला शव, स्वजन ने जताई हत्या की आशंका, हंगामा
कैमूर: एक दिन पहले गायब हुई छात्रा का सड़क किनारे मिला शव, स्वजन ने जताई हत्या की आशंका, हंगामा

जासं, भभुआ। बिहार के कैमूर जिले के सोनहन थाना क्षेत्र के पिया गांव के बगल बलुआ मुख्य सड़क की चाट से दस मीटर दूर बिजली पोल के पास से शनिवार को एक युवती का शव बरामद हुआ।

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सोनहन पुलिस ने शव को अज्ञात मानकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। साथ ही उसकी शिनाख्त के लिए प्रयास शुरू किए।

कुछ ही देर बाद युवती की पहचान मोहनियां थाना क्षेत्र के पानापुर निवासी सुरेंद्र प्रजापति की लगभग 25 वर्षीय पुत्री व स्नातक के अंतिम वर्ष की छात्रा रूबी कुमारी के रूप में हुई।

स्वजन भी सदर अस्पताल पहुंचे। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इस दौरान सोनहन थानाध्यक्ष राकेश रोशन, एसआई राम सेवक प्रसाद सिंह के बाद भभुआ थानाध्यक्ष रामानंद मंडल, एसआई विनय कुमार राय व संतोष कुमार के साथ एसडीपीओ सुनील कुमार सिंह भी मौजूद रहे।

मृतका के स्वजन के सदर अस्पताल पहुंचने के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि छात्रा के पिता ने उसके अपहरण होने की प्राथमिकी मोहनियां थाना में शनिवार की सुबह ही कराई थी।

इसमें कुदरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव निवासी बैजनाथ तिवारी के पुत्र उमेश तिवारी को अपहरण का आरोपित बनाया है।

प्राथमिकी के लिए दिए आवेदन में मृतका के पिता ने लिखा है कि 17 मार्च 2023 की दोपहर बाद रूबी कुमारी गांव के बगल स्थित मजार पर पूजा करने गई थी। कुछ देर बाद भी वह घर नहीं लौटी।

इससे संदेह है कि देवकली गांव निवासी उमेश तिवारी ने उनकी लड़की को बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया। क्योंकि एक माह पूर्व लड़की के स्वजन ने उमेश तिवारी को रूबी से दूर रहने के लिए कहा था।

रूबी के पिता ने कहा कि समझाने पर भी उमेश नहीं माना और हमे धमकी भी दी। इससे स्पष्ट है कि उसने ही अपहरण की घटना को अंजाम दिया है।

उधर, सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम से पूर्व नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कराने की मांग को लेकर स्वजन व उनके साथ के लोग पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े रहे।

इसी बीच जिला परिषद सदस्य विकास कुमार उर्फ लल्लू सिंह व डीएसपी मोहनियां मो. फैज अहमद तथा मोहनियां थानाध्यक्ष ललन प्रसाद भी पुलिस बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचकर स्वजन को समझाया।

इसके कुछ देर बाद ही पुलिस की दंगा नियंत्रण टीम भी अस्पताल पहुंच गई और पोस्टमार्टम परिसर छावनी में तब्दील हो गया।

इस दौरान स्वजन व पुलिस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का क्रम जारी रहा। पुलिस प्रशासन के न्यायोचित कार्रवाई करने के आश्वासन व जनप्रतिनिधियों के तीन घंटे के प्रयास के बाद स्वजन पोस्टमार्टम कराने पर सहमत हुए और पोस्टमार्टम हुआ।

इसके बाद पुलिस प्रशासन ने राहत महसूस की। शव लेकर स्वजन गांव चले गए। इस संबंध में मोहनियां थानाध्यक्ष ललन प्रसाद ने बताया कि अपहरण की प्राथमिकी की धारा में हत्या की धारा भी जुड़ जाएगी।

शव पर किसी तरह का कोई निशान नहीं है। फिर भी घटना से जुड़े सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर अनुसंधान किया जाएगा। वास्तविक अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।


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