जिले में कोरोना वायरस संक्रमित से बचाव को पीपीई किट उपलब्ध
जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों से सुरक्षा के लिए चिकित्सकों तथा पारामेडिकल व जांच
जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों से सुरक्षा के लिए चिकित्सकों तथा पारामेडिकल व जांच से जुडे़ लोगों की सुरक्षा के लिए उन्हें पर्सनल प्रोटेक्शन इक्वीपमेंट उपलब्ध कराया जा रहा है। अन्य प्रदेश से घर लौटने वालों की लगातार बढ़ रही संख्या के चलते अभी और पीपीई किट की आवश्यकता विभाग द्वारा महसूस की जा रही है। इसके लिए विभाग के वरीय पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
क्या है पीपीई किट व उसकी उपयोगिता-
परसनल प्रोटेक्शन इक्वीपमेंट अर्थात व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण। इस किट की आवश्यकता कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के उपचार व देखरेख से जुड़े चिकित्सक व पारामेडिकल, एंबुलेंस व जांच से जुड़े लोगों के लिए अनिवार्य है। क्योंकि इस किट में सिर से पैर तक को कैप, फेस प्रोटेक्टर, इनर व ओवर गाउन, ग्लबस शू पैक आदि की सुविधा उपलब्ध होती है। इससे संक्रमित लोगों की क्वारंटाइन सेंटर या आइसोलेशन वार्ड में देखरेख करने वाला संक्रमित होने से बचकर उनकी सेवा कर पाता है। पीपीई किट की जिले में उपलब्ध्ता की स्थिति-
जिले के स्वास्थ्य विभाग को अब तक 1600 किट उपलब्ध कराए गए हैं। इसकी पुष्टि करते हुए सिविल सर्जन ने बताया कि पांच हजार किट की डिमांड विभाग को भेजी गई है। वैसे इस किट का निर्माण जिले में न होने लेकिन आवश्यकता होने से तीन-चार आपूíतकर्ता वाराणसी व पटना से डिमांड के अनुसार उपलब्ध करा रहे है। यह किट औसतन छह सौ से आठ सौ रूपये में उपलब्ध हो जा रहे हैं। निजी चिकित्सक व अन्य चिकित्सा से जुड़े लोगों को आसानी किट उपलब्ध हो जा रहा है। नगर के प्रमुख चार-पांच मेडिकल स्टोरों पर फिलवक्त दस से 20 की संख्या में प्रतिदिन किट की बिक्री होने की बात वार्ता में सामने आई है। प्रति किट लगभग एक सौ रुपये मुनाफा होने का भी आकलन है। प्रथम लांकडाउन के समय हर एक मेडिकल स्टोर पर किट की मांग बढ़ी थी। लेकिन अब आवश्यकतानुसार किट उपलब्ध हो जा रहा है।
क्या कहते है चिकित्सक-
सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक व सैंपल लेने के नोडल पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह पीपीई किट की अवश्यकतानुसार उपलब्धता के सवाल पर संतुष्टी प्रकट किए। उन्होंने कहा कि संक्रमितों की देखभाल से जुड़े सभी चिकित्सकों व र्किमयों को पीपीई किट उपलब्ध कराया गया है। क्या कहते है अधिकारी-
सिविल सर्जन डॉ अरूण कुमार तिवारी ने बताया कि अब तक 1600 पीपीई किट उपलब्ध कराए गए हैं। अभी आवश्यकता के अनुसार कार्य चल रहा है। लेकिन प्रवासियों के घर वापसी की बढ़ती संख्या को ध्यान में रख कर और पांच हजार पीपीई किट की डिमांड विभाग को भेजी गई है।