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कोरोना से बचाव को सतर्कता बरत कर नवजातों को छुएं

गर्भवती व धातृ महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए निर्देश जागरण संवाददाता भभुआ विश्व भर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी आयु वर्ग के लोगों के मन में असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। इसी कड़ी में गर्भवती महिलाओं एवं धातृ माताओं को लेकर भी कई बातें की जा रही है। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मुद्दे से संबंधित कई बातों को स्पष्ट किया है जिसमें गर्भवती माताओं को

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Mar 2020 04:13 PM (IST)Updated: Mon, 23 Mar 2020 04:13 PM (IST)
कोरोना से बचाव को सतर्कता बरत कर नवजातों को छुएं

विश्व भर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी आयु वर्ग के लोगों के मन में असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। इसी  कड़ी में गर्भवती महिलाओं एवं धातृ माताओं को लेकर भी कई बातें की जा रही है। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मुद्दे से संबंधित कई बातों को स्पष्ट किया है, जिसमें गर्भवती माताओं को कोविड-19 यानी कोरोना वायरस का अधिक खतरा, कोविड-19 से संक्रमित महिला से उनके गर्भस्थ या नवजात में संक्रमण का प्रसार एवं संक्रमित माता द्वारा शिशु को स्तनपान कराने जैसे सवालों को समझाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बात से इंकार किया है कि आम व्यक्ति की तुलना में गर्भवती माताओं को कोरोना वायरस संक्रमण  अधिक प्रभावित करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सिविल सर्जन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं पर कोविड-19 संक्रमण के प्रभावों को समझने के लिए अनुसंधान चल रहा है। अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में ऐसा कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है जो यह दावा करे कि गर्भवती माताओं को सामान्य आबादी की तुलना में इस संक्रमण से अधिक खतरा है। हालांकि इस बात से इंकार नहीं किया गया है कि गर्भवती महिलाओं के शरीर और प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव होने के कारण कुछ श्वसन संक्रमणों से वह प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि वह कोविड-19 के खिलाफ खुद को बचाने के लिए सावधानी बरतें और अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को संभावित लक्षण जैसे बुखार, खांसी या सांस लेने में कठिनाई होने पर की रिपोर्ट करें। नवजात बच्चे में संक्रमण फैलने के नमूने उपलब्ध नहीं: विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित गर्भवती महिला से गर्भावस्था या प्रसव के दौरान उनके भ्रूण या नवजात बच्चे में अभी तक संक्रमण प्रसार के कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है। अभी तक इस वायरस की एमनियोटिक फ्लूइड या ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों में पुष्टि नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि कोरोना वायरस से संक्रमित धातृ माताएं अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती है। इसके लिए कुछ जरुरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है जिसमें धातृ महिलाओं को भोजन के दौरान श्वसन स्वच्छता का ख्याल रखने, उपलब्ध होने पर मास्क का इस्तेमाल करने, बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ धोने एवं नियमित रूप से छुए जाने वाले सतहों की सफाई करने की सलाह दी गई है।संक्रमित माताएं सावधानी बरतकर छू सकती हैं अपने नवजात को: मां एवं बच्चे के बीच निकट संपर्क एवं शुरूआती स्तनपान से बच्चे का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद भी महिलाएं कुछ जरुरी सावधानी बरतकर अपने नवजात को स्पर्श कर सकती हैं। इसके लिए उन्हें कुछ सलाह दी गई है। जिसमें बेहतर श्वसन स्वच्छता के साथ सुरक्षित रूप से स्तनपान करें, अपनी नवजात शिशु की त्वचा को लगा कर रखें, अपने बच्चे के साथ एक अलग कमरे में रहें, अपने बच्चे को छूने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह सा़फ करें और स्पर्श करने वाले सभी सतहों की भी नियमित सफाई करें आदि शामिल हैं।

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