दुर्गावती में 22 किमी लंबी बनी मानव श्रृंखला
पेज पांच- फोटो नंबर- 20 21 - चौकस रहे पदाधिकारी व पुलिस जवान संवाद सूत्र दुर्गावती रविवार को 1130 से 1200 बजे तक जल जीवन हरियाली को सफल बनाने के लिए दुर्गावती प्रखंड के विभिन्न रूट में मानव श्रृंखला बनाई गई। जो दुर्गावती प्रखंड में सफल रही। इसको सफल बनाने में प्रखंड स्तर के सभी पदाधिका
रविवार को 11:30 से 12:00 बजे तक जल जीवन हरियाली को सफल बनाने के लिए दुर्गावती प्रखंड के विभिन्न रूट में मानव श्रृंखला बनाई गई। जो दुर्गावती प्रखंड में सफल रही। इसको सफल बनाने में प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारी और पुलिस जवानों ने अपनी पूरी जिम्मेदारी को मानव श्रृंखला बनाई गई थी। वहीं हाटा मरहियां रोड में मरहियां मोड़ से गोसैसीपुर गांव तक आठ किलोमीटर की दूरी तक मानव श्रृंखला लोगों के द्वारा बनाई गई थी। इसके अलावा विभिन्न रूटों पर मिला कर कुल 22 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई थी।
इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक अशोक कुमार सिंह भी भाग लिए। प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार प्रसून, अंचलाधिकारी अरविद कुमार एवं दुर्गावती थानाध्यक्ष संजय पासी , प्रखंड स्वास्थ्य प्रभारी शांति कुमार मांझी के साथ प्रखंड के सभी विभाग के पदाधिकारियों ने मानव श्रृंखला बनाने में सराहनीय सहयोग किया। जनप्रतिनिधियों व महिलाओं में दिखा उत्साह- मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिए प्रखंड के पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों व महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। अपने अपने पंचायत से मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिए लोगों को जागरूक किया। जिसमें मसौढ़ा पंचायत के मुखिया संजय सिंह उर्फ बब्बू सिंह, कल्याणपुर पंचयात के मुखिया पति सजीवन साह, चेहरियां पंचायत की मुखिया सरिता देवी, खड़सरा पंचायत के मुखिया रामअवध यादव, सावठ पंचायत के मुखिया मकसूद अली, जेवरी पंचायत के मुखिया दीपक सिंह, छांव पंचयात की महिला मुखिया कामिनी सिंह, खामिदौरा पंचायत की मुखिया पति मुनिब बिद, करणपुरा पंचायत के मुखिया सुजीत सिंह के साथ सभी पंचायत के प्रतिनिधियों ने अपने -अपने पंचायत से महिला एवं पुरुष को मानव श्रृंखला में शामिल कराने के लिए लेकर आए। स्कूली छात्रों और शिक्षकों ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा: मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिए प्रखंड के सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों के छात्रों और शिक्षकों ने भी बढ़चढ़ भागीदारी निभाई। अपने अपने गांव से सरकारी विद्यालय के बच्चे ट्रैक्टर पर बैठ कर ठंडी के मौसम में सरकार द्वारा आयोजित जल जीवन हरियाली को लेकर मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए तत्परता दिखाई और इस को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। वहीं प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों ने अपने छात्रों को मानव श्रृंखला में शामिल कराया।