प्रवासियों पर लगातार नजर से कैमूर अब तक रहा कोरोना फ्री
कैमूर। लॉकडाउन के शुरुआती दौर से ही बाहर फंसे लोगों का अपने घर जाने का सिलसिला शुरू हो गया जो लॉकडाउन के दूसरे चरण में बुधवार तक जारी है। इस दौरान बाहर से आने वाले प्रवासियों से किसी प्रकार का कोई संक्रमण न हो इसको लेकर जिला प्रशासन शुरू से ही सतर्क रहा।
कैमूर। लॉकडाउन के शुरुआती दौर से ही बाहर फंसे लोगों का अपने घर जाने का सिलसिला शुरू हो गया जो लॉकडाउन के दूसरे चरण में बुधवार तक जारी है। इस दौरान बाहर से आने वाले प्रवासियों से किसी प्रकार का कोई संक्रमण न हो इसको लेकर जिला प्रशासन शुरू से ही सतर्क रहा। दूसरे चरण के लॉकडाउन में कैमूर जिले के पड़ोसी जिलों में कोरोना के पाजिटिव मिल गए लेकिन अब तक कैमूर जिले में आए प्रवासियों से कोई संक्रमण नहीं हो सका। कैमूर जिले में एक जमाती और 19 निजामुद्दीन टावर के क्षेत्र से भी आए हैं। लेकिन इनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। जिले में बाहर से आए 7675 लोगों में 189 लोगों को क्वारंटाइन किया गया। जिनका सैंपल भी जांच के लिए पटना भेजा गया। लेकिन सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
इससे जिले के लोगों ने राहत की सांस ली थी। जब शुरुआती दौर में विदेश से 104 लोगों के आने की सूचना पर सभी को पकड़ कर क्वारंटाइन किया गया। लेकिन विदेश से आए लोगों से भी किसी प्रकार का कोई संक्रमण नहीं हुआ। सभी निगेटिव रहे। लेकिन मंगलवार को पड़ोसी जिले सासाराम में एक महिला के पॉजिटिव पाए जाने से कैमूर जिले में भी काफी दहशत का माहौल कायम है। क्योंकि उक्त महिला की तबियत कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के चैनपुर में आने के बाद ही खराब हुई थी। वह अपने बेटी-दामाद के यहां आई थी। उसकी तबियत खराब होने पर उसे भभुआ में स्थित एक निजी अस्पताल में ही इलाज कराया गया लेकिन वह ठीक नहीं हुई। तब दामाद ने अपनी सास, पत्नी व बच्चों को ले जा कर सासाराम ही छोड़ दिया और वह अपने लौट आया। अब कैमूर जिले के लोगों में भी भय बना हुआ है। क्योंकि जिस चिकित्सक के यहां महिला ने इलाज कराया है वहां काफी भीड़ होती है। इससे लोग काफी सहमे हैं।