अब कोचिग संचालन के समय को लेकर उठने लगी आवाज
जिले में स्थित कॉलेजों में बचों की उपस्थिति दिन प्रतिदिन कम होते जा रही है। यह काफी गंभीर विषय बनता जा रहा है। अब तक जिला प्रशासन इसको लेकर गंभीर था।
जिले में स्थित कॉलेजों में बच्चों की उपस्थिति दिन प्रतिदिन कम होते जा रही है। यह काफी गंभीर विषय बनता जा रहा है। अब तक जिला प्रशासन इसको लेकर गंभीर था। लेकिन अब कोचिग संचालन के समय को लेकर भी आवाज उठने लगी है। छात्र इसको लेकर अब एकजुट होने लगे हैं। शनिवार को छात्रों ने इस मुद्दे को लेकर डीएम को भी आवेदन दिया है। जिसमें छात्रों ने कॉलेज के संचालन समय के दौरान चलने वाले कोचिग संस्थानों को बंद कराने की मांग की है।
छात्र जदयू के जिलाध्यक्ष विवेकानंद पटेल के नेतृत्व में छात्रों द्वारा दिए गए आवेदन में लिखा गया है कि कैमूर जिला के लोग पूरी तरह से कृषि पर आश्रित हैं। जिला मुख्यालय भभुआ में सिर्फ सरदार वल्लभ भाई पटेल कॉलेज है। छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन पर कोचिग संस्थानों के बिना नियम कानून के संचालित होने से बुरा प्रभाव पड़ रहा है। आवेदन के अनुसार पूर्व में डीएम के निर्देश पर सभी प्रखंडों से अवैध कोचिग संस्थानों की रिपोर्ट मांगी गई थी। लेकिन अब तक इसके आलोक में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। छात्रों ने बताया कि कॉलेज का समय नौ से पांच बजे तक है। इस दौरान कोचिग संस्थान चल रहे हैं। इससे कॉलेज की बजाए छात्र-छात्रा कोचिग में जा रहे हैं। जिसके चलते कॉलेज में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नहीं के बराबर रह रही है। इससे कॉलेज में भी नियमित पढ़ाई नहीं हो रही है। पूर्व में प्रशासन द्वारा कोचिग संचालकों के साथ बैठक कर निबंधन कराने के बारे में निर्देश दिया गया था। लेकिन अब तक एक दर्जन से भी कम कोचिग संस्थान के संचालकों ने निबंधन के लिए आवेदन दिया है। ऐसे में प्रशासन की कार्रवाई का अब तक कोचिग संचालकों पर कोई असर नहीं है। अब देखना है कि छात्रों के द्वारा शुरू किए गए इस संघर्ष से कोचिग संस्थानों की स्थिति कितनी सुधर रही है।