उग्रवादी पथ के नाम से मशहूर चौरसिया लहुरबारी पथ बदहाल
कभी रामगढ़ विधानसभा के हृदय स्थली के रूप में पहचान रखने वाला उग्रवादी पथ इन दिनों बद
कैमूर। कभी रामगढ़ विधानसभा के हृदय स्थली के रूप में पहचान रखने वाला उग्रवादी पथ इन दिनों बदहाल हो गया है। जिसके चलते इस सड़क पर लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। आए दिन इस खराब सड़क पर छोटे-बड़े वाहन दुर्घटना के शिकार होते रहते है। चौरसिया से लेकर लहुरबारी एन एच 30 तक सड़क की लंबाई ।12 किलोमीटर है। इस सड़क से जुडे दर्जन भर गांवों को लिंक सड़क से जोड़ा गया है। इन सभी सड़कों की दशा एक तरह हो गई है। सभी खराब सड़कों के मरम्मत के लिए लोगों ने कई बार गुहार लगाई परन्तु इस दिशा मे कोई कार्रवाई नहीं होने से इस मार्ग पर यातायात ठप हो गया है।
बता दें कि कैमूर में उग्रवाद पर अंकुश लगाने के लिए 1980 में चार उग्रवादी पथ के निर्माण के लिए स्वीकृति मिली थी। 1985 में इस सड़क के निर्माण की हरी झंडी मिली । तब कैमूर रोहतास जिला में जुड़ा था । इस उग्रवादी पथ के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च हुए थे। मोहनियां प्रखंड क्षेत्र में होने के बाद भी यह इलाका रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र मे पड़ता था। इसलिए इस सडक की महता काफी बढ़ गई थी। मोहनियां प्रखंड की छह पंचायत उस समय रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र मे पड़ती थी ।