विलय के विरोध में जिले की सभी बैंक शाखाओं में लटके रहे ताले
ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन और बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन आफ इंडिया के आह्वान पर मंगलवार को जिले की सभी बैंक शाखाओं के कर्मी हड़ताल पर रहे। इसके चलते सभी बैंक शाखाओं में पूरे दिन ताला लटका रहा। बैंक बंद रहने की जानकारी जिन लोगों को नहीं थी वे बेवजह परेशान हुए। कई लोग बैंकों के पास आकर बंद होने के चलते निराश होकर वापस लौट गए। हालांकि समाचार पत्रों व सोशल मीडिया पर सूचना से कई लोगों को जानकारी मिल गई थी।
ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन और बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन आफ इंडिया के आह्वान पर मंगलवार को जिले की सभी बैंक शाखाओं के कर्मी हड़ताल पर रहे। इसके चलते सभी बैंक शाखाओं में पूरे दिन ताला लटका रहा। बैंक बंद रहने की जानकारी जिन लोगों को नहीं थी वे बेवजह परेशान हुए। कई लोग बैंकों के पास आकर बंद होने के चलते निराश होकर वापस लौट गए। हालांकि समाचार पत्रों व सोशल मीडिया पर सूचना से कई लोगों को जानकारी मिल गई थी। हड़ताल पर रहते हुए बैंक कर्मियों ने सभी बैंक शाखाओं में पहुंच कर ताला बंद कराते हुए प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार, इस हड़ताल पर भारतीय स्टेट बैंक के कर्मी नहीं शामिल थे। कर्मी अपने बैंक में कार्य कर रहे थे, लेकिन हड़ताल में शामिल बैंक कर्मियों ने एसबीआइ की शाखा में भी पहुंच कर प्रदर्शन करते हुए कार्य बंद करा दिया। इसके चलते एसबीआइ में भी कार्य नहीं हो सका। बैंकों में हड़ताल के चलते लगभग आठ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित होने की बात बताई जा रही है। एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य आमोद कुमार ने बताया कि बैंकों में जॉब एवं जॉब सुरक्षा की गारंटी करने, आम ग्राहकों पर मनमाना सर्विस लगाना बंद करने, बैंक जमा राशियों पर लगातार घटते ब्याज दरों पर रोक लगाने, महंगाई पर रोक लगाने, बैकों में सभी रिक्त पदों पर बहाली शीघ्र शुरू करने के अलावा दस बैंकों के विलय पर रोक लगाने की मांग को लेकर उक्त हड़ताल की गई है। बता दें कि भभुआ नगर सहित जिले के सभी प्रखंडों में बैंक शाखाओं के बंद रहने से ग्राहकों को काफी परेशानी हुई। जो ग्राहक बैंक आए थे उनका कोई काम नहीं हुआ और वे निराश होकर घर लौट गए। वहीं बैंकों के बंद रहने से कई एटीएम में भी राशि नहीं डाली जा सकी। इसके चलते लोगों को एटीएम से भी राशि नहीं मिल पाई। इस संबंध में एलडीएम अंजनी प्रसाद ने कहा कि बैंक कर्मियों की मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर रहने से बैंकों में लगभग आठ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ है।