पोषण मेले में अन्नप्राशन और गोदभराई की रस्म
स्थानीय बाल विकास परियोजना कार्यालय में सोमवार को पोषण मेला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन अंचलाधिकारी सह प्रभारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पुरेंद्र कुमार सिंह एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार एलएस सरिता कुमारी ने किया।
स्थानीय बाल विकास परियोजना कार्यालय में सोमवार को पोषण मेला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन अंचलाधिकारी सह प्रभारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पुरेंद्र कुमार सिंह एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार, एलएस सरिता कुमारी ने किया। इस मौके पर प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका एवं सेविका मौजूद रही। जिन्हें प्रभारी सीडीपीओ ने पोषण के पांच सूत्र बताए। जिसमें सर्वप्रथम जानकारी देते हुए सीडीपीओ ने कहा कि बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए बच्चे के जन्म के दो वर्ष की उम्र तक सबसे महत्वपूर्ण है। इस दौरान उचित स्वास्थ्य, पर्याप्त पोषण बच्चों के लिए प्यार भरा माहौल तथा सही देखभाल जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पौष्टिक भोजन एवं आयरन की गोलियां लेनी बहुत ही जरूरी है। साथ ही स्वास्थ्य केंद्र में कम से कम पूरे माह में एक बार जरूर अपना स्वास्थ्य जांच करवाएं। बच्चे के जन्म के छह माह बाद मां के दूध के साथ ही घर का बना ऊपरी आहार देना अति आवश्यक है। इसके अलावा अन्य जानकारी भी दी।
इसके बाद मौजूद सभी सेविका सहायिका को राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत कुपोषण मुक्ति के लिए शपथ दिलाई गई। पोषण मेला में ही चैनपुर आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 120 की सरिता देवी व इंदु देवी की गोद भराई एलएस सरिता कुमारी के द्वारा किया गया। इसके बाद चैनपुर की ही निवासी तरन्नुम खातून का प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार एवं प्रभारी बाल विकास प्रयोजना पदाधिकारी पुरेंद्र कुमार सिंह के द्वारा अन्नप्राशन करवाया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रभारी सीडीपीओ ने कहा कि प्रखंड ओडीएफ काफी समय पूर्व हो चुका है। प्रखंड के 80 प्रतिशत घरों में शौचालय का निर्माण भी हो चुका है। बावजूद कुछ महिला व पुरुष खुले में शौच करते देखे जा रहे हैं। आप सभी अपने स्तर से संपर्क में आने वाले सभी महिलाओं पुरुषों को जागरूक करने का प्रयास करें। उन्हें खुले में शौच जाने से मना करें।