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कुख्यात बंदियों की कोर्ट में पेशी को ले सुरक्षा व्यवस्था को प्रशासन अलर्ट

स्थानीय मंडल कारा में बंद कुख्यात बंदियों के कोर्ट में पेशी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ले प्रशासन अलर्ट नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Aug 2019 12:10 AM (IST)Updated: Mon, 26 Aug 2019 12:10 AM (IST)
कुख्यात बंदियों की कोर्ट में पेशी को ले सुरक्षा व्यवस्था को प्रशासन अलर्ट

स्थानीय मंडल कारा में बंद कुख्यात बंदियों के कोर्ट में पेशी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ले प्रशासन अलर्ट नजर आ रहा है। इन बंदियों को मंडलकारा से निर्धारित तिथि पर जिले या जिले से बाहर के जेल के कोर्ट भेजने के दौरान सु²ढ़ सुरक्षा व्यवस्था होना आवश्यक है। इस बात को ध्यान में रखकर वरीय उप समाहर्ता सह मंडलकारा अधीक्षक प्रभात कुमार झा ने पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त मार्गरक्षी बल की प्रतिनियुक्ति करने का आग्रह किया था। पत्र के संबंध में एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रखने का एसडीपीओ, सार्जेंट मेजर व नगर थानाध्यक्ष को निर्देश दिया है।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंडलकारा अधीक्षक ने एसपी को भेजे पत्र में लिखा है कि वर्तमान समय में अन्य बंदियों के साथ मंडल कारा में कुख्यात अपराधी साहेब जमा खां उर्फ पठान, सुनील पांडेय, जवाहिर बिद, नीरज सिंह, दीपु शुक्ला, अरमान खां व पिटु सिंह पटेल भी बंद है। इन कुख्यात बंदियों को चैनपुर, मोहनियां आदि थानों से जुड़े विभिन्न वादों में विभिन्न जिले के कोर्ट द्वारा निर्धारित तिथि पर विभिन्न कोर्ट में उपस्थापन कराया जाना है। इसके लिए मार्ग रक्षी बल की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व मंडलकारा में बंद कुख्यात बंदी अरमान खां ने सुरक्षा प्रहरियों की आंख में मिर्च डालकर मंडलकारा से भागने की योजना बनाई थी। लेकिन पुलिस अधीक्षक की सक्रियता से जेल प्रशासन पूर्व में अलर्ट हो गया। इसके चलते योजना सफल नहीं हो पाई थी।

बता दें कि सिविल कोर्ट भभुआ सहित जेल की सुरक्षा को लेकर इन दिनों स्थानीय पुलिस काफी सतर्क है। कचहरी परिसर में भी पुलिस जवानों के साथ प्रत्येक आने-जाने वाले व्यक्तियों की गहनता से जांच की जाती है। दो डोर व चार हैंड मेटल डिटेक्टर से लोगों की जांच होती है। वहीं कचहरी परिसर में चार पदाधिकारी व 20 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। वहीं जेल से पेशी के लिए कोर्ट में जाने वाले बंदियों को लेकर भी स्थानीय जेल प्रशासन काफी सतर्क रहता है। जेल से कोर्ट ले जाने के दौरान जब तक वाहन पार नहीं कर जाता तब दोनों तरफ पुलिस बल के जवान तैनात रहते हैं।


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