लड़कियों की खरीद बिक्री करने वाली तीन महिला सहित 11 गिरफ्तार
जिला सहित अन्य स्थानों से भोली-भाली लड़कियों को बहला कर खरीद बिक्री करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश कैमूर पुलिस ने किया है। इस कार्रवाई में लड़कियों की खरीद बिक्री करने वाली तीन महिला सहित कुल 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
कैमूर । जिला सहित अन्य स्थानों से भोली-भाली लड़कियों को बहला कर खरीद बिक्री करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश कैमूर पुलिस ने किया है। इस कार्रवाई में लड़कियों की खरीद बिक्री करने वाली तीन महिला सहित कुल 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इनके पास से 20 हजार रुपये नकद, एक कार व 11 मोबाइल बरामद हुआ है। गिरफ्तार लोगों में कैमूर जिले के विभिन्न गांवों के अलावा वाराणसी राजस्थान जयपुर आदि स्थानों के लोग भी शामिल हैं। गिरफ्तार लोगों में जयपुर के कोतवाली थाना के बलौड़ा गांव निवासी मंजू देवी व जितेंद्र सिंह, जिला बिकानेर गांव खाजुवाला के इंद्रराज व मुखंराव, हनुतिया के बालू राम, रेंगस के चुन्नी लाल, वाराणसी के चौबेपुर थाना के खेतलपुर गांव निवासी अजय कुमार यादव, कैमूर जिला के भभुआ थाना क्षेत्र के रूपपुर गांव निवासी मुन्नी देवी, बेलांव थाना के अकोढ़ी गांव की सुनीता देवी, दुर्गावती थाना क्षेत्र के छांव गांव निवासी पिटू राम व बेलांव थाना क्षेत्र के राजा के अकोढ़ी गांव के आजाद दीक्षित शामिल हैं। इसमें अकोढ़ी गांव का आजाद दीक्षित अपनी पत्नी को ही तीन लाख रुपये में बेचने आया था। लेकिन पुलिस की तत्परता से न सिर्फ उसकी पत्नी को तस्करों के जाल से बचाया जा सका बल्कि जिले की भोली-भाली लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। यह जानकारी एसपी दिलनवाज अहमद ने दी।
सिगरेट पी रही महिला को देख पुलिस को हुआ शक -
उन्होंने बताया कि मंगलवार की देर शाम सूचना मिली की कुछ संदिग्ध व्यक्ति बाहरी भाषा बोल रहे हैं। वहां पर कुछ संदिग्ध अवस्था में स्थानीय लोग कुदरा ब्लॉक के पास खड़ा हैं। इसके बाद कुदरा थानाध्यक्ष ने छापेमारी की। पुलिस के पहुंचने पर एक महिला को सिगरेट पीते हुए देखा। तब थानाध्यक्ष ने मौजूद वहां सभी लोगों से पूछताछ की। पूछताछ में मौजूद लोगों ने एक पर्ची दिखाया। जो गायत्री अनाथालय फाउंडेशन का पर्चा था और किसी कार्यक्रम में आने की बात कहे। पूछताछ करने पर बोला गया कि नशा वर्जित है तो आपलोग कैसे सिगरेट पी रहें हैं। पूछताछ में दो महिलाओं ने अपना नाम सुनीता देवी व पूजा देवी बताया। पूजा ने बताया कि उसे तीन लाख रुपया में बेचने के लिए लाया गया है। तब थानाध्यक्ष वहां मौजूद सभी लोगों से पूछताछ शुरू की गई। तब उक्त 11 ने अपना-अपना नाम व पता बताया। जिनके पास से 20 हजार रुपये नकद, कार व 11 मोबाइल बरामद हुआ और लड़कियों के खरीद बिक्री करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
गायत्री फांडेशन की आड़ में होता था लड़कियों की खरीद-बिक्री का खेल-
पूछताछ में गिरफ्तार लोगों ने बताया कि राजस्थानी महिला मंजू देवी द्वारा गायत्री अनाथालय फाउंडेशन की आड़ में लड़कियों की खरीद बिक्री कर उन्हें ऊंचे दाम पर हरियाणा, राजस्थान एवं पंजाब में झूठी शादी कराने के नाम पर बेचा करती है। रूपपुर की रहने वाली मुन्नी देवी उसका एजेंट है, जो स्थानीय लड़कियों को मंजू के माध्यम से बेचा करती है। इसके काम में छांव का पिटू राम सहयोग करता है। मंगलवार को भी विवाहित पूजा व सुनीता को कुंआरी लड़की बता कर बेचने मंजू देवी के माध्यम से राजस्थान के इंद्रराज व हनुतिया के बालू राम को दिखलाने लाए थे। इसी बीच सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंच गई। पूजा देवी का पति आजाद दीक्षित घुमाने के बहाने अपनी पत्नी को कुदरा ले आया था तथा मुन्नी के माध्यम से तीन लाख रुपये में मंजू देवी के हाथों बेच रहा था। बरामद की गई गाड़ी खेतलपुर के अजय कुमार यादव की पत्नी के नाम से है। एसपी ने बताया कि मुन्नी देवी का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। इसके पूर्व भगवानपुर थाना के एक मामले में आरोपित रही है। इसके पूर्व मोहनियां से भी हेरोइन के मामले में जेल जाने की बात बताई गई है। पूर्व में लड़कियों की खरीद बिक्री के मामले की पुलिस जांच कर रही है।