फार्मासिस्ट परीक्षा में पकड़ाए तीन फर्जी परीक्षार्थी
संवाद सूत्र झाझा(जमुई) शहर के डीएसएम कालेज में बेचलर आफ फार्मासिस्ट की संचालित परीक्षा में तीन फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा देते पकड़े गए। तीनों दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे। केंद्राधीक्षक ने तीनों को निष्कासित कर दिया है। इस दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी कालेज परिसर से भाग निकला।
फोटो- 16 जमुई- 43
- बीडीओ की जांच में निकले फर्जी परीक्षार्थी
- कालेज प्रशासन पर लगा मिलीभगत का आरोप
संवाद सूत्र, झाझा(जमुई): शहर के डीएसएम कालेज में बेचलर आफ फार्मासिस्ट की संचालित परीक्षा में तीन फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा देते पकड़े गए। तीनों दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे। केंद्राधीक्षक ने तीनों को निष्कासित कर दिया है। इस दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी कालेज परिसर से भाग निकला।
बीडीओ दीपेश कुमार की जांच में दोनों परीक्षार्थी फर्जी पाए गए। बताया जाता है कि दो अगस्त से डीएसएम कालेज में जमुई एवं सिमुलतला फार्मासिस्ट कालेज का प्रथम समेस्टर का परीक्षा प्रारंभ है। मंगलवार को परीक्षा का अंतिम दिन है। केंद्राधीक्षक ने परीक्षार्थी प्रेरणा कुमारी की जगह एक युवक को परीक्षा देते हुए पकड़ा। जांच के दौरान ही उक्त युवक कालेज परिसर से भाग निकला। इधर, फर्जी परीक्षार्थी द्वारा परीक्षा दिए जाने की सूचना पर एसडीओ ने बीडीओ दीपेश कुमार को जांच के लिए परीक्षा केंद्र पर भेजा। बीडीओ ने परीक्षार्थी की फोटो एवं हस्ताक्षर का मिलान किया। इसी क्रम में कमरा नंबर दो के सीट नंबर 81761 पर परीक्षा दे रहे ज्ञान प्रकाश एवं सीट नंबर 81816 के अंगद कुमार का हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ। बीडीओ ने बताया कि महाविद्यालय की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। दोनों के हस्ताक्षर एवं फोटो का मिलान नहीं हुआ है। केंद्राधीक्षक प्रो. एम अलाउद्दीन ने बताया कि सिमुलतला के 60 एवं जमुई के 100 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। इसमें सिमुलतला के 60 एवं जमुई के 72 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। परीक्षा कड़ी निगरानी में चल रही थी। परीक्षा के अंतिम दिन एक छात्रा की जगह युवक को परीक्षा देते पर्यवेक्षक ने पकड़ा और उक्त छात्रा को निष्कासित कर दिया, जबकि एक आरोपित युवक भाग गया। बीडीओ ने दो छात्र का हस्ताक्षर नहीं मिलने के आरोप में फर्जी पाया। इसके पहले चार अगस्त को भी कालेज प्रशासन ने एक छात्रा की जगह उसके पति को परीक्षा देते हुए पकड़ा था। पर्यवेक्षक डा. सत्यार्थ प्रकाश ने उक्त छात्रा को निष्कासित कर दिया था।