कलम व कुदाल दोनों चलाने वाले श्रमिक : श्रम संसाधन मंत्री
जमुई। श्रम अधिकार दिवस पर रविवार को शहर के नगर भवन में श्रम संसाधन विभाग का एक दिवसीय ग्रामीण प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
जमुई। श्रम अधिकार दिवस पर रविवार को शहर के नगर भवन में श्रम संसाधन विभाग का एक दिवसीय ग्रामीण प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश ने कहा कि आज गर्व का दिन है। कलम व कुदाल चलाने वाले दोनों श्रमिक ही हैं। दोनों का हक, अधिकार और सम्मान बराबर है। उन्होंने श्रमिकों से आह्वान किया कि जितना अधिकार आपका है उतना ही मंच पर बैठने वाले का अधिकार है।
श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि हमने दो महीने में दो बार मजदूरों को पैसे बढ़ाया है। अब मजदूरों को एक दिन की मजदूरी 237 रुपये कर दिया गया है। एक लाख से अधिक बेरोजगार नवयुवक को काम दिया गया है। उन्होंने मजदूरों से परामर्श केन्द्र में इंट्री कराने की बात कही। वहीं बिहार राज्य प्रवासी योजना अंतर्गत जिले के 6 लोगों को एक-एक लाख रुपये का चेक दिया गया। मुख्य अतिथि सह बांका सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने सात निश्चय को जमीन पर उतारने की बात कही। गरीबों को न्याय मिले, हकमारी न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव गरीब पर अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मजदूर दो प्रकार के है। एक संगठित और दूसरा असंगठित। असंगठित मजदूर का कोई संगठन नहीं है। इसके लिए सरकार के अधिकारी सचेत हैं। विधान पार्षद संजय प्रसाद ने कहा कि खेत में काम करने वाले लोग पर ही देश टिका है। ईंट देकर महल बनाते हैं तब महल का आनन्द उठाते हैं इसलिए मजदूरों को सम्मान करें। शिविर की अध्यक्षता उपविकास आयुक्त सतीश कुमार ने किया। इस मौके पर एसडीएम सुरेश प्रसाद, जिलाध्यक्ष अशोक राम, उपाध्यक्ष डॉ. त्रिवेणी यादव, जमुई प्रखंड प्रमुख जलधर तांती, श्रम विभाग के दिवाकर दूबे, अमर भगत, अश्विनी प्रसाद यादव, अधिवक्ता उमाशंकर प्रसाद, नेहाल फकरुद्दीन, पूर्व जिला पार्षद मो. इरफान, मोहित भगत आदि उपस्थित थे।