तीसरी सोमवारी को भी सुरक्षा व्यवस्था दिखी नगण्य
जमुई। श्रावणी मेला के मद्देनजर सावन के तीसरी सोमवारी को बाबा धनेश्वरनाथ मंदिर परिसर में भीड़
जमुई। श्रावणी मेला के मद्देनजर सावन के तीसरी सोमवारी को बाबा धनेश्वरनाथ मंदिर परिसर में भीड़ को देखते हुए लाठी बल की तैनाती कर दी गई पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एक भी महिला सुरक्षा कर्मी को नहीं लगाया गया। जिससे न सिर्फ महिला श्रद्धालुओं को परेशानी हुई बल्कि वोलेंटियरों को भी काफी फजीहत का सामना करना पड़ा। महिला श्रद्धालुओं के सुरक्षा के मुताबिक एक भी महिला पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था में नहीं लगाया जाना इसे सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर खानापूर्ति कहें या प्रशासनिक उदासीनता। पिछले वर्ष की चर्चा करें तो सावन माह की शुरुआत में ही महिला सुरक्षा कर्मी को प्रत्येक जगह-जगह पर तैनाती कर दी गई थी, लेकिन इस बार सावन की तीसरी सोमवारी बीत गया परंतु महिला श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई। महिला सुरक्षा कर्मी के नहीं होने से महिलाओं को कतारबद्ध करने में वोलेंटियर को परेशानी हुई।
इधर दूसरी ओर शिवगंगा में अभी तक बेरीकेटिंग भी नहीं की गई है जिससे कभी भी किसी श्रद्धालु या अन्य की के डूबने की संभावना बनी है। इस ओर न तो इसका ध्यान जिला प्रशासन का है और न ही मंदिर कमेटी द्वारा ही कोई कदम उठाया गया है। पिछले वर्ष शिवगंगा के चारों ओर बेरीकेटिंग करा दी गई थी, लेकिन इस वर्ष गौर फरमाएं तो जबरदस्त लापरवाही दिख रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के कानों पर भी जूं तक नहीं रेंग रही है। अबकी बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर भी नहीं लगाया गया है मंदिर समिति के उपाध्यक्ष सह मुखिया देवेन्द्र कुमार सिंह, सचिव मुकेश कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी चन्दन तिवारी आदि का कहना है कि कई बार इस संबंध में ध्यान आकृष्ट कराया गया, परंतु वही ढाक के तीन पात। उन्होंने एक बार फिर आने वाले अंतिम सोमवारी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन से श्रावणी मेला में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में महिला सुरक्षा कर्मी के तैनाती करने की माग तथा श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य लाभ के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाने की माग की है।