चिकित्सकों के हड़ताल से मरीज रहे हलकान
जमुई। नालंदा के गोकुलपुर मठ में चिकित्सक प्रियरंजन प्रियदर्शी की हत्या के विरोध में शनिवार
जमुई। नालंदा के गोकुलपुर मठ में चिकित्सक प्रियरंजन प्रियदर्शी की हत्या के विरोध में शनिवार को जमुई के डॉक्टर भी 12 घंटे के हड़ताल पर सुबह 8:00 बजे से चले गए। इस दौरान सदर अस्पताल में कुछ देर के लिए ओपीडी चालू रहा लेकिन फिर बाद में बंद कर दिया गया। ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि इमरजेंसी सेवा चालू रही। साथ ही एक्स-रे कक्ष, जांच कक्ष, दवा काउंटर और पंजीयन काउंटर भी खुली रही। बता दें कि इमरजेंसी में तो मरीजों का इलाज चिकित्सक द्वारा किया जा रहा था लेकिन ओपीडी बंद रहने की वजह से मरीजों को मुसीबतें उठानी पड़ी। कई मरीजों को बगैर इलाज कराए वापस लौटना पड़ा। इलाज कराने पहुंचे राहुल कुमार, सुरेंद्र मंडल, सनीता देवी, विश्वजीत कुमार, अंकेश कुमार, सत्येंद्र पंडित, कल्पना कुमारी सहित अन्य मरीजों ने बताया कि वे लोगों को हड़ताल के संबंध में की जानकारी नहीं थी। अब बिना इलाज कराए वापस लौटना पड़ रहा है। इधर, निजी क्लीनिकों में आम दिनों की तरह मरीजों की भीड़ दिखी। आइएमए के जिला अध्यक्ष डा. अमित आनंद और जिला सचिव डा. कविता सिंह ने बताया कि हड़ताल 8 बजे रात तक चलेगा, शहर के सभी निजी और सरकारी ओपीडी पूरी तरह से बंद है। गंभीर रोगियों के लिए इमरजेंसी सेवा बहाल है। जमुई में हड़ताल पूरी तरह सफल रहा है।