जिले में धान की खरीद को धक्का
जमुई। किसानों की स्थिति में सुधार लाने के सरकार ने सरकारी स्तर पर धान की खरीद करने का लक्ष्य सभी जिलों को दिया है।
जमुई। किसानों की स्थिति में सुधार लाने के सरकार ने सरकारी स्तर पर धान की खरीद करने का लक्ष्य सभी जिलों को दिया है। परंतु जमुई जिले में धान की खरीद को गहरा धक्का लगा है। जमुई जिले को 43 हजार 8 मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य दिया गया था। लक्ष्य के विरुद्ध अब तक मात्र 24 हजार 150 मैट्रिक टन धान की खरीद हो सकी है, जबकि धान खरीद को लेकर मात्र दो दिन ही शेष बचे हैं। जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा एक दिसंबर से 31 मार्च तक पैक्स, व्यापार मंडल और सहकारिता विभाग तथा राज्य खाद्य निगम को धान खरीदने का निर्देश दिया गया है। जमुई जिले में 137 पैक्स और दस व्यपार मंडल के माध्यम से धान की खरीद शुरू की गई। परंतु धान खरीद की जटिल प्रक्रिया और पैसे के भुगतान के लिए लम्बा इंतजार करने के कारण किसान पैक्स के माध्यम से अपना धान की नहीं बेच रहे हैं। यही कारण है कि धान खरीद की समय सीमा समाप्त होने को है और धान खरीद का आंकड़ा अपने लक्ष्य से कोसों दूर है। किसान राजेश कुमार, उदय ¨सह आदि बताते हैं कि शुरू में पैक्सों में धान में अधिक नमी होने का हवाला दे धान वापस कर दिया जाता है। बाद में पैक्स में धान बेचने के लिए लम्बा इंतजार करना पडता है। इन सभी परेशानी के कारण पैक्सों तक धान नहीं पहुंच पा रहा है।
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क्या कहते हैं जिला प्रबंधक
राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक सिद्धेश्वर ¨सह बताते हैं कि अभी तक लक्ष्य के विरुद्ध 24 हजार 150 मैट्रिक टन धान की खरीद हुई है और 31 मार्च तक शेष धान खरीदने का प्रयास जारी है। इसके लिए पैक्स और व्यापार मंडल की ओर से कार्य जारी है।