सर्द पछुआ हवा और तापमान में आई गिरावट से कनकनी बढ़ी
जमुई। गुरुवार का सुबह भी लोगों के लिए राहत का पैगाम लेकर नहीं आया। दिन भर सूरज अ²श्य रहा तो ठंड के साथ कनकनी से जनजीवन सहम गया।
जमुई। गुरुवार का सुबह भी लोगों के लिए राहत का पैगाम लेकर नहीं आया। दिन भर सूरज अ²श्य रहा तो ठंड के साथ कनकनी से जनजीवन सहम गया। लोग घरों से निकलने से परहेज करते दिखे तो हल्की से हल्की धूप की तलाश में स्थान बदलते रहे। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार ¨सह के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान 19 से 20 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रहा। पछुआ हवा की रफ्तार 13 किलोमीटर रही। सर्द पछुआ हवा और तापमान में आई गिरावट से कनकनी बढ़ गई। गुरुवार की सुबह भी लोगों की आंखें कोहरे के बीच खुली। दिन के 11 बजे तक धुंध फैला रहा। सर्दी का आलम यह था कि कपड़े की गर्माहट भी कम पड़ रही थी। दिनभर लोगों को सूरज के दर्शन नहीं हुए। सुबह से शाम तक एक-सा मौसम बना रहा। दोपहर बाद थोड़ी रोशनी बढ़ी जरूर मगर तब भी सूरज के दर्शन नहीं हुए। गुरुवार का मौसम लोगों के लिए कुछ ज्यादा ही कष्टकारी बना रहा। ठंड के कारण बाजार में भी चहल-पहल कम रही। ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक सड़कों पर लोग कम दिखे। जो घर से बाहर निकले भी थे वे मौका लगते ही अलाव के पास पहुंच रहे थे। शहर के महिसौड़ी चौक, थाना चौक, महाराजगंज आदि जगहों पर अलाव जलने की बात बताई गई।
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रहें परहेज में, अपनाएं देसी नुस्खे :
डॉ. बीएन प्रसाद ने बताया कि इस मौसम में अगर आवश्यक न हो तो घर से न निकले। हमेशा गाल-नाक को अच्छी तरह ढक कर रखे। बुजुर्गों को खासकर विशेष परहेज में रहने की जरूरत है। इस मौसम में ब्रेन के अंदर खून जमने की संभावना होती है इसलिए बुजुर्ग को हमेशा गर्म स्थान पर रखे। ऐसे मौसम में सर्दी, खासी आम रोग बन जाता है। इससे बचने के लिए तुलसी, अदरक व काली मिर्च का बना काढ़ा लाभदायक है। इस मौसम में गर्म पानी का सेवन फायदेमंद रहता है।