मीरगंज में परमान नदी पर पुल की मरम्मती युद्धस्तर पर जारी
अररिया। फारबिसगंज-जोगबनी अंतरराष्ट्रीय सड़क मार्ग में अवस्थित मीरगंज में परमान नदी पर बने क्ष्
अररिया। फारबिसगंज-जोगबनी अंतरराष्ट्रीय सड़क मार्ग में अवस्थित मीरगंज में परमान नदी पर बने क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मती का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। एनएचएआई पूर्णिया डिवीजन के दिशानिर्देश एवं देखभाल में हो रहे मरम्मती कार्य को जेकेएम इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी के द्वारा किया जा रहा है। एनएचएआई के पदाधिकारी की मानें तो कार्य आज पूरा कर लिया जाएगा।
बताते चले कि सामरिक ²ष्टिकोण से अतिमहत्वपूर्ण इस अंतराष्ट्रीय सड़क मार्ग पर मोटा मोटी 12 अगस्त को जिला में आई प्रलयंकर बाढ़ के बाद से पुल पर भारी वाहनों का आवागमन बंद है। साइट पर मौजूद जेकेएम के रणदीप कुमार एवं केके झा की मानें तो गार्टर एवं पाईल का काम पूरा हो गया है। आज संध्या तक आवागमन को चालू कर दिया जाएगा। मगर भारी वाहनों का परिचालन दो दिन के ट्रायल के बाद प्रारंभ किया जाएगा। साइट पर मौजूद केके झा ने बताया कि पुल बाढ़ के दरम्यान पानी के तेज बहाब से एक ओर झुक गया था। जिसे नाव के सहारे पानी मे तीन स्थानों ओर 20 फीट पाइ¨लग करके उसपर एक्स्ट्रा क्रॉस गार्टर डाल कर पुल को सीधा किया गया है। साथ ही पुल का सभी ब्रे¨सग को भी चेंज किया गया है। श्री झा ने बताया कि पुल के नीचे का मिट्टी पानी के तेज बहाब में बह जाने की वजह से पाइल स्कावर करके झुक धंस गया था। जिससे ब्रिज एक ओर काफी झुक गया था। मगर अब आठ से दुरुस्त कर लिया गया है। बस पुल के नीचे बोल्डर फि¨लग का कार्य बांकी है। जिसके पूरा होते ही पुल दोबारा पुरानी स्थिति में मजबूत व वाहन का भार थमने लायक हो जाएगा। फिलहाल पुल पर वाहनों का परिचालन पूर्ण रूपेण कार्य चलने तक बेरिके¨डग लगा कर रोक दिया गया था। जिसे शाम तक चालू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि भारत नेपाल पारगमन संधि के तहत इसी मार्ग से नेपाल जाने वाले तीसरे मुल्क से आने वाले सामानों से लदा वाहन जाता है। जो कि पुल के क्षतिग्रस्त होने से पिछले करीब दो महीने से बंद था। इधर पुल के मरम्मत कार्य से जोगबनी समेत नेपाल के औद्योगिक एवं व्यवसायी वर्ग के लोगों में काफी हर्ष है तथा लोगों ने राहत का सांस लिया है। इस दरम्यान नेपाल के वाणिज्य विभाग के कई अधिकारी समेत नेपाली नागरिक भी मौजूद थे।