तेरी पनाह में हमें रखना..सीखे हम नेक राह पर चलना..!
जमुई। तेरी पनाह में हमें रखना..सीखे हम नेक राह पर चलना..! सर्वशक्तिमान से नेकी की राह प
जमुई। तेरी पनाह में हमें रखना..सीखे हम नेक राह पर चलना..! सर्वशक्तिमान से नेकी की राह पर चलने और भ्रष्ट आचरण से बचाने की कामना करती फिल्म पनाह का यह गीत जमुई के प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गई है। इस गीत से बीडीओ सुनील कुमार चांद ने सोमवार को पंचायत समिति की बैठक शुरुआत कराई और सभी सदस्यों से आग्रह किया कि खड़े होकर गीत को साथ में गुनगुनाएं। उस वक्त तो सभी ने गीत गुनगुनाया भी पर अब इस गाने पर राजनीतिक रंग चढ़ाया जा रहा है।
यूं तो आम लोग इसे बीडीओ के 'अच्छे कदम' और एक नई परंपरा की शुरुआत मान रहे हैं। लेकिन इसपर चढ़ते राजनीतिक रंग को लेकर प्रशासनिक महकमा में भी हलचल है। प्रशासनिक अधिकारी जांच की बात कह मामले को टालने की कोशिश कर रहे हैं। पर जनप्रतिनिधि और राजनीतिक दलों के लोग दो खेमे में विभक्त हो गए हैं। कई सदस्यों ने इस गीत को बजाए जाने को राष्ट्रगान का अपमान कह दिया, हालांकि उनके पास जवाब नहीं कि जब राष्ट्रगान बजा नहीं और बैठक शुरू करने में राष्ट्रगान बजने का प्रावधान भी नहीं तो यह राष्ट्रगान का अपमान कैसे? भ्रष्टाचार से लड़ने की ताकत मांगती इस गीत में खराबी क्या थी? हां सदस्यों ने कहा कि जब बीडीओ ने साथ खड़े होकर गीत गुनगुनाने की बात कही तो उन्हें लगा कि राष्ट्रगान ही बजेगा। इसलिए वे खड़े भी हुई थे। सदस्यों का तर्क यह भी कि सरकारी कार्यक्रम की शुरुआत बिहार गीत या राष्ट्रगान से हो सकती है परंतु इसके जगह पर फिल्मी गीत बजाकर बीडीओ ने सरकारी आदेश का उल्लंघन और बिहार गीत एवं राष्ट्रगान का अपमान किया है। वैसे किसी के पास इस बात का जवाब नहीं कि कौन सी सरकारी बैठक में राष्ट्रगान या बिहार गीत बजने की बात उन्होंने सुनी है?
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लोगों की आस्था पर कुठाराघात : कांग्रेस
कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष मनोज उपाध्याय ने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी बैठक में सदस्यों पर धार्मिक एजेंडा सौंपने का प्रयास कर रहे हैं। बैठक में हिन्दू-मुस्लिम-ईसाई सभी धर्म एवं पंथ के लोग बैठे थे। ऐसे में फिल्मी गीत बजाकर लोगों की आस्था पर कुठाराघात किया गया है। हम लोग शीघ्र ही इस मामले पर जिलाधिकारी से मिलकर बीडीओ के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेंगे।
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सकारत्मक सोच के साथ मानसिकता बदलने की है जरूरत : बीडीओ
बीडीओ चकाई सुनील कुमार चांद ने कहा कि हमारी ट्रे¨नग में भी हर दिन सुबह की कक्षा इसी गीत के साथ शुरू होती थी। किसी भी बैठक या फिर नेक कार्य में ईश्वर से शक्ति देने की आराधना कोई गुनाह नहीं है। यह किसी धर्म या पंथ का गीत भी नहीं है। साकारात्मक सोच के साथ मानसिकता बदलने की जरूरत है।
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मामले की जानकारी मिली है। जांच के लिए वरीय पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है। जांचोपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
- धर्मेन्द्र कुमार, डीएम, जमुई।