सेविकाओं-सहायिकाओं के लिए मंगलकारी हुआ मंगलवार
जमुई। मंगलवार का दिन जिले के सेविकाओं और सहायिकाओं के लिए मंगलकारी रहा। प्रधानमंत्री
जमुई। मंगलवार का दिन जिले के सेविकाओं और सहायिकाओं के लिए मंगलकारी रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में डेढ़ गुणा बढ़ोतरी किए जाने की घोषणा के साथ ही संवाद कक्ष में प्रधानमंत्री से संवाद कार्यक्रम के दौरान मौजूद सेविकाओं और सहायिकाओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जिस देश का बचपन मजबूत होता है उस देश का भविष्य भी मजबूत होगा। उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिका के कुपोषण मुक्त समाज निर्माण में योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि सेविकाएं और सहायिकाएं देश के भविष्य को तैयार करती हैं। ये नौनिहालों का अपने बच्चों की तरह पालन-पोषण करती हैं। प्रधानमंत्री ने सविकाओं और सहायिकाओं का उत्सावर्द्धन करने के साथ ही उनके मानदेय में डेढ़ गुणा राशि की बढ़ोत्तरी करने की भी घोषणा की। उन्होंने केन्द्रांश में बढ़ोत्तरी का लाभ एक अक्टूबर से ही लागू हो जाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को मुफ्त में प्रधानमंत्री सुरक्षा एवं जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ दिए जाने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण में ट्रिपल-ए की भूमिका को परिभाषित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी, आशा और एएनएम द्वारा ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाया जाता है। इसी का परिणाम है कि देश में बच्चों की मृत्यु दर काफी कम हुई है। उन्होंने पोषण माह में साफ-सफाई, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच पर विशेष बल दिया। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना के तहत घर-घर रसोई गैस, सौभाग्य योजना के तहत हर घर में बिजली, आवास योजना, जन-धन योजना सहित कुपोषण मुक्त समाज के लिए चलाए जा रहे अन्य कल्याणकारी योजनाओं का भी विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उन्होंने कल्याणकारी योजनाओं में प्रोत्साहन राशि दोगुना करने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना एवं अटल जीवन ज्योति बीमा योजना को मामूली प्रीमियम में सुरक्षा कवच बताते हुए कहा कि अब तक 2200 करोड़ रुपया सुरक्षा योजना के तहत लाभुकों को दिया जा चुका है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित कई अन्य जगहों की आंगनबाड़ी सेविकाओं से संवाद स्थापित किया। समाहरणालय के संवाद कक्ष में आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉ. श्याम मोहन दास, डीआईओ राकेश कुमार, डीपीओ कविता कुमारी एवं प्राथमिक चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अंजनी कुमार सिन्हा सहित जिले भर की सीडीपीओ, चयनित सेविका व सहायिका मौजूद थीं।