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सावधानी ही सुरक्षा, कोहरे में इंडिकेटर की लें मदद

जमुई। रात में जाना जरूरी है, सुबह निकल जाना, कोहरा बहुत घना है। संभल कर जाना। सर्दी के मौसम में कोहरा गिरते ही घर वाले वाहन चलाने वाले परिजन को लेकर ¨चतित हो जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 06:39 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 06:39 PM (IST)
सावधानी ही सुरक्षा, कोहरे में इंडिकेटर की लें मदद
सावधानी ही सुरक्षा, कोहरे में इंडिकेटर की लें मदद

जमुई। रात में जाना जरूरी है, सुबह निकल जाना, कोहरा बहुत घना है। संभल कर जाना। सर्दी के मौसम में कोहरा गिरते ही घर वाले वाहन चलाने वाले परिजन को लेकर ¨चतित हो जाते हैं। रात के समय गाड़ी से बाहर जाने की मनाही करते हैं। अगर बहुत ही जरुरी होता है तो संभल कर जाने की हिदायत देते हैं। यह अनुभव की हिदायत को मानने से खतरे की संभावना कम हो जाती है। कोहरे में जब दृश्यता कम होती है तो आपकी सावधानी व चेतना ही आपका साथी है। जिले में सर्दी के मौसम में धूंध के कारण हुए सड़क दुर्घटना और बिलखते व अचेत परिजन घटना की भयावहता को दर्शा देता है। खासकर जमुई में एनएच पर सफर सावधानीपूर्वक ही करनी होगी क्योंकि न जाने कब सड़क पर गाय-भैंस या साइकिल सवार सड़क पार करते मिल जाए और दुर्घटना का कारण बन जाए।

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गति रखें धीमी :

धुंध व कोहरे में वाहन की गति पर नियंत्रण रखना आवश्यक है। नियंत्रित गति में वाहन के रहने पर दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम किया जा सकता है। जिला परिवहन पदाधिकारी रवि कुमार ने बताया कि कोहरे और धुंध में अपनी सुरक्षा के प्रति जिम्मेवारी ही सबसे बड़ा सुरक्षा चक्र है। धुंध रहने पर वाहन के दोनों इंडिकेटर को ऑन कर देना चाहिए। इंडिकेटर की लाइट हल्की पीली होने के कारण दूर से नजर आती है।

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हाइवे पर बैक लाइट रखें दुरुस्त :

हाइवे पर वाहन चलाते समय नियंत्रित गति के साथ-साथ वाहन की बैक लाइट को हमेशा दुरुस्त रखें। अपर-डीपर का बेहतर इस्तेमाल के लिए ²श्यता का पैमाना तय करें। साथ ही सड़क के व्हाइट लाइन का सहारा लें। धुंध में अक्सर सड़क किनारे या सड़क पर खड़ी दूसरी वाहन नजर नहीं आती है। ऐसे में अपर व लोअर डीपर व नियंत्रित गति सहायता करेगी।

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ट्रेंगल इंडिकेटर का करें प्रयोग:

हाइवे के अलावा शहर की अंदरुनी सड़कों पर भी कोहरे में वाहन खड़ी करने की स्थिति में ट्रेंगल इंडिकेटर का उपयोग जरुरी है। वाहन कंपनी द्वारा यह वाहनों में उपलब्ध कराया जाता है। वाहन खड़ी करने के बाद सड़क पर या बैक डैस बोर्ड पर ट्रेंगल खड़ा करने पर दूर से दूसरे वाहन को आपके वाहन के बारे में पता चल जाएगा। दरअसल ट्रेंगल रेडियम युक्त होता है। जिस कारण लाइट पड़ते ही यह चमक उठती है और वाहन होने का संकेत दे जाती है।

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जिला परिवहन पदाधिकारी ने की अपील :

जिला परिवहन पदाधिकारी रवि कुमार ने कोहरे के मौसम में लोगों को रात के समय सतर्कता के साथ वाहन चलाने की अपील करते हुए कहा कि कोशिश रात में नहीं चलने की हो। मगर जरुरी पड़ जाए तो सतर्कता जरुरी है। दृश्यता अत्यधिक कम होने का एहसास हो तो गाड़ी को सुरक्षित जगह पर पार्क कर देना चाहिए। उन्होंने साइकिल सवारों से भी साइकिल में लगे इंडिकेटर दुरुस्त करवाने की अपील की।


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