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जीवन से जीवन के लिए कर रहे संघर्ष

जमुई। कोरोना काल में सरकार ने गरीबों को सहारा दिया। मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया लेकिन अभी भी कई परिवार राशन कार्ड से वंचित हैं। चक्कर लगाने के बाद भी राशन कार्ड नहीं बना। इस कारण योजना के लाभ से वंचित रह गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 05:45 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 05:45 PM (IST)
जीवन से जीवन के लिए कर रहे संघर्ष
जीवन से जीवन के लिए कर रहे संघर्ष

जमुई। कोरोना काल में सरकार ने गरीबों को सहारा दिया। मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया, लेकिन अभी भी कई परिवार राशन कार्ड से वंचित हैं। चक्कर लगाने के बाद भी राशन कार्ड नहीं बना। इस कारण योजना के लाभ से वंचित रह गए। नतीजतन कड़ी मेहनत के बाद मुश्किल से दो वक्त की रोटी जुगाड़ हो पाती है। कभी-कभी खाली पेट भी सोना पड़ जाता है।

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कुछ ऐसी ही बातें बरहट प्रखंड के मलयपुर वार्ड नौ की आरती देवी, वार्ड 15 की सुंदरी देवी, लक्ष्मीपुर प्रखंड के हरला पंचायत के गुरिया गांव की सावित्री देवी ने कही। ये चंद परिवार बानगी भर है। जिले में ऐसे विवश परिवारों की लिस्ट लंबी है। हर पंचायत, हर गांव में राशन कार्ड से वंचित गरीब परिवार पेट भरने की खातिर जीवन से जीवन के लिए संघर्ष करता मिल जाता है। मलयपुर की आरती देवी ने बताया कि आवेदन दिए, लेकिन राशन कार्ड नहीं बना है। बीड़ी बनाकर किसी तरह घर का चूल्हा जला पा रहे हैं। बेटा सतीश की पढ़ाई बंद हैं। वह दुकानों में छोटे-मोटे काम कर कुछ कमा लेता है। पूरा परिवार मिलकर कमाते हैं तब दो वक्त की रोटी नसीब हो पाती है। छोटा सा खपड़ैल घर ही उनकी दुनिया है। ऐसी ही बात सुंदरी देवी ने कही। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार जीवन बिता रही हूं। लक्ष्मीपुर के गुरिया गांव सावित्री देवी ने बताया कि मिट्टी के घर पर पालीथीन की छत में गुजर-बसर हो रहा है। हमारा राशन कार्ड नहीं बनाया गया। सरकारी बाबुओं की नजर में शायद हम अमीर हैं। पति नहीं है, दिव्यांग बेटा कमाने के लिए परदेश चला गया। ऐसी ही परेशानी से दो चार होने की बात लक्ष्मीपुर प्रखंड के पनौट की प्रतिमा देवी, काला की निशा देवी ने भी कही। जानकारों की माने तो कई संपन्न परिवार राशन कार्ड का लाभ उठा रहे हैं। जिसमें पक्का मकान, गाड़ी, नौकरी वाले भी शामिल हैं, लेकिन बहुत से पात्र परिवार योजना से वंचित रह गए हैं। रोज कमाने-खाने वाले ऐसे पात्र परिवार कार्यालय या बाबुओं के पास चक्कर नहीं लगा पाते हैं।

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कोट

चुनाव व आचार संहिता को लेकर राशन कार्ड वितरण व अन्य प्रक्रिया नहीं हो रही है। चुनाव बाद राशन कार्ड का वितरण के साथ ही वंचित पात्र परिवार का राशन कार्ड बनाया जाएगा।

अभय कुमार तिवारी, एसडीओ, जमुई


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