हनुमान घाट पर पुल निर्माण को ले अनशन
जमुई। कचहरी चौक पर स्थानीय अभय ¨सह स्मारक स्थल पर राष्ट्रीय भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के बैनर तले किऊल नदी हनुमान घाट पर पुल बनाने को लेकर 9वां अनशन का आंदोलन चंद्रचूड़ ¨सह की अध्यक्षता में की गई।
जमुई। कचहरी चौक पर स्थानीय अभय ¨सह स्मारक स्थल पर राष्ट्रीय भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के बैनर तले किऊल नदी हनुमान घाट पर पुल बनाने को लेकर 9वां अनशन का आंदोलन चंद्रचूड़ ¨सह की अध्यक्षता में की गई। इस पुल को बनने से जमुई मुख्यालय से करीब डेढ़-दो किमी दूर दर्जनों गांव सिकरिया, सोनपे, लठाने, गारोनवादा, बुकार, रतनपुर सहित दर्जनों गांव की बड़ी आबादी की समस्या और परेशानी दूर हो जाएगी। इसे लेकर बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी के अलावा ग्रामीणों अनशन में डटे रहे। वक्ताओं ने कहा कि मोर्चा का संघर्ष रंग ला रहा है। पुल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है परंतु इसे और तेज करने की जरूरत है ताकि आजादी के 70 साल बाद एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर नदी के उस पार बसे गांव के लोगों को हक दिलाया जा सके। नदी के उस पार बसे लोगों को वर्षा के मौसम में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गांव की महिलाओं को प्रसव पीड़ा के वक्त शहर में लाने में काफी कठिनाई होती है। साथ ही गांव के बीमार लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने में काफी समय लग जाता है। लड़कियों को शिक्षा के लिए शहर की ओर आने में काफ़ी कठिनाई होती है। वक्ताओं ने कहा कि अगर 20 से 25 करोड़ रुपये की लागत से इस पुल का निर्माण हो जाता है तो सरकार को 100 एकड़ भूमि मुफ्त में प्राप्त हो जाएगी और इस जमीन से शहर के विस्तारीकरण के साथ-साथ प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को भी सोनपे-सिकरिया में बनाया जा सकता है। इस मौके पर सभी लोगों ने अपनी मंतव्य दिया धरना स्थल पर राजू भगत कुमार, चंद्रदेव नागेश्वर ¨सह, अच्छेलाल ¨सह, सीपीआई नेता रूपेश कुमार ¨सह, नीलेश्वर राजा, कामेश्वर पासवान, रोहित कुमार, मनोज दूबे, गजाधर मंडल, लक्ष्मीकांत मंडल, परशुराम तांती, विदेशी तांती सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।