एक वर्गकिलोमीटर में लग गए छह ट्रांसफर्मर
जमुई। सिकंदरा प्रखंड के रवैय गांव से बिजली विभाग के ठेकेदारों की कारगुजारी का एक मामला संज्ञान में आया है।
जमुई। सिकंदरा प्रखंड के रवैय गांव से बिजली विभाग के ठेकेदारों की कारगुजारी का एक मामला संज्ञान में आया है। जहां रुपयों के आगे सभी नियम कायदे को ताक पर रख कर एक वर्ग किलोमीटर के दायरे में ही छह ट्रांसफार्मर लगा दिए गए। जिसकी वानगी महज 150 फीट की दूरी पर वंशी आहर के करीब लगा दो ट्रांसफार्मर है।
आश्चर्य की बात है कि किसी भी ट्रांसफार्मर पर दस केवीए से अधिक का लोड नहीं है। इस को लेकर प्रति ट्रांसफार्मर बीस हजार रुपये की वसूली की शिकायत उपभोक्ताओं ने जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार से की है। हालांकि उक्त मामले में जांच रिपोर्ट आ जाने की बात साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन के अधीक्षण अभियंता ने कही है। जिसमें शिकायतकर्ता के ही मुकर जाने की बात सामने आई है। बहरहाल आरटीआइ कार्यकर्ता गिरीश सिंह ने भी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग जिलाधिकारी से की है।
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प्रति ट्रांसफार्मर बीस हजार वसूली की शिकायत
रवैय गांव निवासी संगीता देवी, अनिरुद्ध् पासवान, दुखी पंडित, विपिन कुमार ने बताया कि नीमा गांव का रहनेवाला पेटी कांट्रेक्टर पंकज कुमार एवं विनय कुमार ने उन लोगों से प्रति ट्रांसफार्मर बीस हजार रुपये वसूल किए हैं। एक ट्रांसफर्मर पर चार नलकूप का कनेक्शन किया गया है। नलकूपों पर लगे मोटर एक से तीन एचपी तक के हैं। बड़ी बात तो यह है कि जहां नलकूप नहीं हैं वहां भी बिजली का कनेक्शन दे दिया गया है, जबकि कनेक्शन की पहली शर्त नलकूप होने की अनिवार्यता है।
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कोट
विद्युत उपभोक्ताओं के वीडीयो और आवेदन उन तक भी पहुंचे थे। लॉकडाउन की अवधी में ही उन्होंने अधिकारी भेजकर मामले की जांच कराई। जांच के दौरान रुपयों के लेन-देन की शिकायत करनेवाले लोग ही मुकर गए। रही बात अधिक संख्या में ट्रांसफार्मर लगाने की तो 26 मई 2019 तक जमा एक भी आवेदन पर कनेक्शन देना है और एक ट्रांसफार्मर पर 20 केवीए से अधिक लोड नहीं दिया जा सकता है।
मृत्युंजय कुमार सिंह,अधीक्षण अभियंता, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन,जमुई।