सोशल मीडिया पर चहेते प्रत्याशियों की हो रही जीत
संवाद सूत्र झाझा(जमुई) मतगणना नजदीक आते ही जीत हार की गणना तेज हो गई है। घंटे-घंट
संवाद सूत्र, झाझा(जमुई): मतगणना नजदीक आते ही जीत हार की गणना तेज हो गई है। घंटे-घंटे में समीकरण का बदलाव हो रहा है। एनडीए कार्यकर्ताओं से लेकर महागठबंधन के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर अपने चहेते प्रत्याशी को जीत का माला पहनाने में लगे हुए हैं, जबकि सच्चाई यह है कि इस बार मतदाताओं ने क्या गुल खिलाया है, वह ईवीएम में बंद पड़ा हुआ है। 10 नवंबर को मतगणना होगा। किसके सिर सजेगा ताज, उस पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई है। झाझा विधानसभा चुनाव का परिणाम किसके पक्ष में रहेगा, वह तो वक्त बताएगा लेकिन इस बीच जीत का माला सब लोग पहनाने में लगे हुए हैं। चाहे वह निर्दलीय प्रत्याशी ही क्यों न हो। एनडीए के कार्यकर्ताओं ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के तीन प्रखंड में से सबसे ज्यादा मत लक्ष्मीपुर एवं गिद्धौर प्रखंड के अलावा झाझा प्रखंड के कई पंचायतों में प्राप्त होगा। अल्पसंख्यक मतदाता भी जदयू के पक्ष में मतदान करने की बात कह रहे हैं। कार्यकर्ताओं के अनुसार किसी भी सूरत में जीत पूर्व मंत्री दामोदर रावत की होगी। महागठबंधन के राजद समर्थकों ने बताया कि इस बार अगर राजद प्रत्याशी राजेन्द्र यादव अपनी जीत दर्ज नहीं कर पाए तो कभी भी झाझा विधानसभा क्षेत्र से राजद का कोई प्रत्याशी चुनाव जीत नहीं पाएगा। इस चुनाव में एमवाई समीकरण के अलावा प्रत्येक जाति-धर्म के लोगों ने राजद प्रत्याशी राजेन्द्र यादव के पक्ष में मतदान किया है। दूसरी ओर बसपा के प्रत्याशी विनोद यादव एवं लोजपा के डॉ. रविन्द्र यादव के समर्थक शांत पड़ गए हैं। चुनाव के रुख को देख लोजपा एवं बसपा के समर्थक कुछ भी बोलने के पक्ष में नहीं दिख रहे। ज्यादा उल्लास एनडीए एवं राजद के कार्यकर्ताओं में देखी जा रही है।